शिवाकांत अवस्थी महराजगंज/रायबरेली: कोतवाली क्षेत्र के बेनीपुर मजरे बरहुआ गांव में शारदा सहायक नहर में बीते सोमवार की रात मिले शव की पहच...
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: कोतवाली क्षेत्र के बेनीपुर मजरे बरहुआ गांव में शारदा सहायक नहर में बीते सोमवार की रात मिले शव की पहचान हो गई है। मृतक की जेब से मिले मोबाइल में लगे सिम से की गई खोजबीन में पता चला कि, मृतक अभिनव सोनी 23 पुत्र स्वर्गीय राजेश सोनी निवासी शांति पुरम कॉलोनी निकट विकास भवन कोतवाली बाराबंकी शहर जनपद बाराबंकी का रहने वाला है। मृतक के शिनाख्त के लिए पहुंचे परिजनों ने उसकी पहचान की और यह भी बताया कि, मां द्वारा आवारा लोगों के साथ घूमने से मना करने की बात से नाराज होकर अभिनव विगत 19 तारीख की शाम 7:00 बजे घर से यह कहकर निकला था कि, अब कभी वापस घर नहीं लौटेगा।
आपको बता दें कि, शारदा नहर में कल सोमवार को बेनीपुर कदम पुलिया के पास झाड़ियों में एक शव के होने की बात प्रकाश में आने के बाद कोतवाल श्रीराम की अगुवाई में गए पुलिस बल ने शव को बरामद कर लिया था, लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पाई थी। बाद में मृतक की जींस की जेब से प्राप्त मोबाइल को निकाल कर पुलिस ने उस में डाले गए सिम को निकाला तथा दूसरे मोबाइल में डाल कर सिम में मौजूद कांट्रैक्ट नंबरों को मिलाना शुरू किया, तो उसके भाई अविनाश सोनी जो बस्ती जनपद में लेखपाल के पद पर तैनात हैं, तथा बहन जया का नंबर मिला था। पुलिस पुलिस ने दोनों नंबरों को मिलाकर मृतक की हुलिया के बारे में जानकारी ली। होलिया बताएं जाने पर अविनाश सोनी परिजनों समेत कोतवाली महराजगंज पहुंचा और शव की शिनाख्त अपने भाई अभिनव के रूप में की।
पुलिस ने बताया, बातचीत में मृतक के परिजनों ने बताया कि, मृतक रोजाना अपने नशेड़ी साथियों के साथ घूमने निकलता था। इस बात से नाराज होकर उसकी मां ने 19 तारीख की शाम कड़ी फटकार लगाते हुए उसे नशेड़ीओं का साथ छोड़ने की बात कही थी, तभी नाराज होकर अभिनव सोनी ने घरवालों को यह कहते हुए कि, अब कभी घर वापस नहीं लौटेगा घर से चला गया था, और उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ चल रहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पता चला है कि, पोस्टमार्टम में मृत्यु का कारण डूबने से मौत हुई बताया जा रहा है। उधर मृतक के घर से शारदा नहर की दूरी 5 किलोमीटर परिजनों ने बताई है। लेकिन एक सवाल यह भी उठता है कि, शारदा नहर की दूरी काफी लंबी है। बाराबंकी जनपद से 100 किलोमीटर नाहर में यात्रा करके थाना क्षेत्र महराजगंज आ गया और बीच में पड़ने वाले कई थानों की पुलिस की इस पर नजर ही नहीं पड़ी, या अपना सिर दर्द टालने के लिए बीच में पड़ने वाले थाना क्षेत्र के कर्मियों द्वारा शव को बहने दिया गया।