राष्ट्रीय पासी सेना के तत्वाधान में मनायी गयी जयंती भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन में नौ वर्षो तक जेल में रहे 1952 से 1967 तक लोकसभा सदस्य ...
राष्ट्रीय पासी सेना के तत्वाधान में मनायी गयी जयंती
भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन में नौ वर्षो तक जेल में रहे
1952 से 1967 तक लोकसभा सदस्य रहे मसूरियादीन
इतिहास में उन्हें वह स्थान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे
शिवाकांत अवस्थी
रायबरेली: राष्ट्रीय पासी सेना के तत्वाधान में महाशय मसूरिया दीन पासी की जयन्ती मुकेश शिक्षण शोध संस्थान में मनायी गयी। इस अवसर पर सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ओ.पी. यादव ने कहा कि अंग्रेजों ने भारत की उन तमाम जातियों, जनजातियों के एक समूह विशेष को प्रताड़ित करने के लिए क्रिमिनल ट्राइल्स एक्ट या जरायम पेशा कानून 1871 में लगाया, जिससे वह पासी सहित 200 जातियों का उत्पीड़न करते थे, आजादी के बाद मसूरियादीन पासी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से मिलकर 1952 में हटवाया।
आपको बता दें कि, उ0प्र0 उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के प्रान्तीय संगठन मन्त्री मुकेश रस्तोगी ने कहा कि, 2 अक्टूबर को देश की तीन विभूतियों ने जन्म लिया, पहले महात्मा गांधी, दूसरे लाल बहादुर शास्त्री और तीसरे मसूरियादीन पासी, दो लोगों को पूरा देश जानता है, लेकिन मसूरियादीन पासी को इतिहास में वह स्थान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। युवा सपा नेता मो0 हलीम घोसी ने कहा कि, 1959 में एक बार फिर पासी जाति के उत्पीड़न के लिए हैबीचुअल अफेन्डर एक्ट लगाया गया, जिसे फिर मसूरियादीन पासी ने हटवाया। अखिल भारतीय धोबी महासंघ के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश चैधरी ने कहा कि मसूरियादीन पासी 1952 से 1967 तक लोकसभा सदस्य रहे। युवा नेता दिनेश कसरूवा ने कहा कि मसूरिया दीन पासी स्वतन्त्रता आन्दोलन में नौ वर्षो तक जेल में रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संजय पासी ने कहा कि मसूरियादीन पासी के मिशन को आगे बढ़ाने का काम किया जाये।
कार्यक्रम का संचालन बाराबंकी जनपद के वरिष्ठ सर्राफा व्यवसायी भगवत सिंह ने किया। इस अवसर पर अशोक मिश्रा, सुन्दर दीक्षित, मो0 शाहिद घोसी, संतोष कुमार जायसवाल, अभिकल यादव, मनोज कुमार सिंह, देशराज पासी, लालचन्द्र गुप्ता, दीपक आहूजा, दिनेश गुप्ता, शंकर पाठक आदि लोगों ने मसूरियादीन पासी के चित्र पर माला व पुष्प अर्पित कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।