मोहल्ला क्लीनिक में कफ सीरप पीने से 3 बच्चों की गई जान, केजरीवाल ने दिए जांच के आदेश
नई दिल्ली। दिल्ली के कलावती सरन अस्पताल (Kalawati Saran Children Hospital) में डेक्सट्रोमेथार्फन कफ सीरप ( Dextromethorphan Cough Syrup) के दुष्प्रभाव से तीन बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली सरकार ने चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है जोकि अगले सात दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय की निदेशक डॉ. नूतन मुंडेजा की ओर से गठित की गई कमेटी में चेयरपर्सन डॉ. गीता सीडीएमओ साउथ ईस्ट, सदस्य डॉ. अंजुम बहोटिया, नोडल ऑफिसर आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक साउथ वेस्ट और डॉ. इंदु सरना एसीडीएमओ ईस्ट बतौर सदस्य के अलावा डॉ् अंशुल मुद्गिल मेडिकल ऑफिसर सीपीए को संयोजक के रूप में नियुक्त किया गया है. कमेटी इन मौतों से जुड़े मामलों की पूरी गंभीरता से जांच पड़ताल करेगी और सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
बताते चलें कि भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने दावा किया कि करीब चार महीने पहले हुई इन मौतों की जांच रिपोर्ट में सामने आई है कि उन बच्चों को डेक्सट्रोमेथार्फन सीरप दी गई थी, इसके विषाक्त होने से बच्चों की मौत हुई. उन्होंने दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक (Delhi Mohalla Clinic) और उनके डॉक्टरों पर भी सवाल उठाए.
बताते चलें कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को निर्देश दिया है कि वह मोहल्ला क्लीनिकों, डिस्पेंसरियों को नोटिस जारी करे कि चार साल से कम उम्र के बच्चों को डेक्सट्रोमेथार्फन सीरप न दी जाए. डीजीएचएस द्वारा कहा गया है कि जांच में यह बात सामने आई है कि मोहल्ला क्लीनिक में बच्चों को यह कफ सीरप दी गई थी.
पत्र के हवाले से जानकारी मिली है कि रिपोर्ट में कहा गया है कि हालत बिगड़ने से 16 बच्चे कलावती सरन अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. उनमें से 3 की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने सीरप की जांच की. इस जांच में सीरप की गुणवत्ता ठीक नहीं पाई गई है. जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने साथ ही मोहल्ला क्लीनिक और वहां के डॉक्टरों के काम पर भी सवाल किया है.