पैसों के लिए हैवान बना बेटा, पिता का पहले 4 बैंकों में करवाया 40 लाख का बीमा, फिर...
फरीदाबाद। आधुनिक युग में सब बदल रहा है। रिश्तों से ज्यादा यहां पैसे मायने रखते हैं। इसलिए तो अक्सर सुनने को मिलता है कि 'बाप भला ना भैया सबसे बड़ा रुपैया'। यह कहावत राजस्थान के भरतपुर में सच साबित होती दिखी है। यहां पैसों के लालच में बेटे ने अपने पिता की हत्या कर दी। मर्डर से पहले ऐसी फिल्मी कहानी रची जिसे जानकर हर कोई हैरान है।
दरअसल, यह मामला भरतपुर जिले के डीग थाना इलाके में नगला भधई गांव से सामने आया है। जहां एक कलयुगी बेटे ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। आरोपी इतना बड़ा शातिर निकला कि उसने अपने पिता का 3 महीने पहले ही एक्सीडेंटल बीमा करवाया था। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी बेटा राजेश अपने पिता मोहकम के साथ हरियाणा के फरीदाबाद शहर में रहता था। लेकिन आरोपी पिता को मारकर पैसा कमाना चाहता था। इसलिए वो पिता को गांव लाने का प्लान बनाया। फिर यहां लाकर तीन महीने पहले चार अलग-अलग बैंकों में 40 लाख रुपये का उनका एक्सीडेंटल बीमा कराया। उसके बाद उसने इस बीमा का फर्जी क्लेम उठाने की योजना बनाई। फिर पिता की हत्या के लिए दो युवकों को सुपारी दी।
हैवान बेटा राजेश 24 दिसंबर को अपने पिता को लेकर फरीदाबाद से कोसी लेकर पहुंचा। कोसी से गोवर्धन थाना इलाके के छटीकरा गांव में पहुंचा, जहां पहले से उसका दो साथी इंतजार कर रहे थे। आरोपी ने बीच रास्ते में हत्या करने के लिए 500 रुपए का एक हथौड़ा खरीदा। फिर तीनों ने मिलकर पहले तो शराब पी उसके बाद खाना खाया। इसके बाद साथियों के साथ मिलकर पिता के सिर पर हथौड़े से ताबतोड़ वार किए। जिससे मोहकम सिंह की मौत हो गई। शव को सड़क किनारे फेंक दिया ताकि वह एक्सीडेंट की घटना लग सके।
तीनों आोरपी घटना को अंजाम देने के बाद शराब के नशे में देर रात तक सड़क पर घूमते रहे। इस दौरान वे रात्रि गश्त कर रही पुलिस ने उनको पकड़ लिया। तीनों से पूछताछ की तो उनपर किसी वारदात को अंजाम देने के मामले में शक हुआ। रातभर तीनों को जेल में ही रखा गया। 25 दिसंबर की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि दीदावली गांव के पास एक व्यक्ति का शव मिला है। इससे पुलिस का शक पकड़े गए युवकों पर गया। पुलिस ने तीनों से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने सच उगल दिया।