पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा में पढ़ी ऐसी चैट कि उड़ गए BJP नेताओं के होश
चंडीगढ़। हरियाणा लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाले (HPSC recruitment scam) को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधानसभा में एक व्हाट्सप्प चैट को पढ़ा, जिसे सुनकर मौजूदा बीजेपी नेताओ के होश उड़ गए। हुड्डा ने चैट पढ़ते हुए खुलासा बड़ा किया है।
चैट में 5 करोड़ के लेन-देन की बात का खुलासा हुआ है, जिसके बाद सरकार ने इसकी जांच के आदेश जारी कर दिए है। इसके साथ ही उन्होंने एक नंबर जारी करते हुए कहा ये नंबर किसका है और नीरज कौन है ? मुझे ये भी नहीं पता सरकार इसका भी पता कराया जाये. इसके साथ ही उन्होंने प्रतिपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा -कि वही जानते होंगे इसका सच क्या है ? वही अब उन्होंने कहा अब जल्द इस मामले की जांच कराई जाये ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।
मिली जानकारी के अनुसार नौकरियों में फर्जीवाड़े को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एचपीएससी के चेयरमैन और तत्कालीन उपसचिव अनिल नागर की कथित व्हाट्सएप चैट पढ़ी। इस पर विपक्षी दल मामले की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज की गिनरानी में सीबीआई से कराने की मांग पर अड़ गए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जवाब दिया कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा लेकिन जांच अपनी ही एजेंसी से कराएंगे।
सदन की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस, इनेलो और निर्दलीय विधायकों द्वारा लाए गए काम रोको प्रस्ताव के दौरान विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोला। हुड्डा ने एचपीएससी के चेयरमैन और तत्कालीन उपसचिव अनिल नागर की व्हाट्सएप चैट सार्वजनिक कर नया खुलासा किया।
हुड्डा ने बताया कि चैटिंग में चेयरमैन द्वारा दिए गए एचसीएस उम्मीदवारों के नामों को लिस्ट में एड करने और अश्वनी से पांच करोड़ रुपये लेने की बातें हैं। इसके अलावा, ज्यूडिशियल भर्ती का भी जिक्र है। चैट पढ़ने के बाद विपक्षी दलों से जमकर हंगामा किया और मामले की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज की गिनरानी में सीबीआई से कराने की मांग की। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच तो जरूर कराएंगे लेकिन अपनी ही एजेंसी करेगी और कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। भूपेंद्र हुड्डा ने विधानसभा में
मोबाइल नंबर 7027460111 बताते हुए इसकी चैटिंग सार्वजनिक की। यह चैटिंग एचपीएससी के चेयरमैन और तत्कालीन उपसचिव अनिल नागर की बताई गई, जिसमें एचसीएस, डेंटल सर्जन और ज्यूडिशियल भर्ती का जिक्र है। डेंटल सर्जन भर्ती फर्जीवाड़े के आरोपी अश्वनी, नवीन के भी नाम लिखे हैं। नागर अश्वनी से 5 करोड़ रुपये लेने की बात स्वीकार रहा है। नागर को चेयरमैन ने बी केयरफुल रहने के लिए लिखा है। भर्तियों को लेकर अन्य मेंबर व सचिव के बारे में भी चेयरमैन अपडेट ले रहे हैं।
दरअसल, HPSC भर्ती घोटाले को लेकर प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले भी सरकार पर हमला बोल चुके है। वही अब इसी मामले से जुडी एक व्हाट्सप्प चैट भी सामने आई है। जिसमे करोड़ो के लेन -देन की बात का खुलासा हुआ है। जिसके बाद हुड्डा ने सरकार को जल्द से जल्द इसकी जांच कराने के आदेश जारी कर दिए है। इसके साथ ही भूपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि बिना पर्ची खर्ची और पारदर्शिता के साथ नौकरी दिलाने की बात करने वाली सरकार के ये दावे पूरी तरह से फेल हो चुके हैं। प्रदेश सरकार युवाओं के भविष्य के साथ जमकर खिलवाड़ कर रही है। सरकार के पारदर्शिता के दावे नोटों की अटैची में बंद हैं।
जानते हैं क्या है चैट में
नंबर: हेलो सर ! मैं आपको लगातार कॉल कर रहा था।
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दूसरी ओर से: हाँ अनिल! कुछ खास?
नंबर: जी सर, कुछ जरूरी है। अगर आप ऑफिस में हो तो क्या मैं कल आपसे मिल सकता हूँ ?
दूसरी ओर से: नहीं अनिल! मैं बाहर हूँ। कुछ जरूरी है तो मुझे केवल इसी मोड़ पर बताओ
नंबर: सर, अपने जिन एचसीएस उम्मीदवारों के नाम दिए थे, उन्हें लिस्ट में जोड़ दिया है
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दूसरी ओर से: बहुत अच्छा! जो डेंटल उम्मीदवार भेजा था, उसका क्या हुआ?
नंबर: सर,नवीन मुझे कहाँ मिलने आएगा? मैं कर लूंगा
दूसरी ओर से: दूसरे सदस्यों और सचिव की राय क्या है ? क्या वो भी किसी के लिए कोशिश कर रहे है ?
नंबर: नहीं सर! सदस्यों में कोई नहीं है, सिर्फ नीरज जी ने जुडिशियरी उम्मीदवार के लिए कोशिश की है
दूसरी ओर से: डेंटल और एचसीएस दोनों मामलो में पैसो का क्या रहा? और सावधानी बरतना
नंबर: चिंता मत करो सर! अश्विनी से कुल 5 करोड़ मिले है, जहां आप कहोगे, वहां आपको भेज दूंगा
दूसरी ओर से: ऐसी बातों का इस मैसेज में जिक्र मत करो, सावधानी बरतना
(नोट -ट्रू कॉलर में इस नंबर पर अनिल नागर का नाम आ रहा है)
इस पूरी चैटिंग को पढ़ते हुए हुड्डा ने कहा कि क्या इस मामले की जांच नहीं होनी चाहिए। हुड्डा ने ये भी कहा कि वह नहीं कहते कि ये सच है या झूठ लेकिन इसकी जांच होनी चाहिए। आपको बता दें इस घोटाले मामले को लेकर हुड्डा जी पहले ही बोल चुके थे कि हम इस मुद्दे आने वाले शीतकालीन सत्र में जोर शोर से उठाएंगे और इन सभी घोटालों की निष्पक्ष जांच की मांग भी करेंगे। वही हरियाणा विधानसभा शीतकालीन सत्र 17 दिसंबर से शुरू हो चुका है।
इससे पहले, नांगल चौधरी से भाजपा के विधायक अभय यादव ने कहा कि वह 1982 से एचपीएससी को जानते हैं। इससे पहले यहां पर क्या-क्या होता था, वह सारा पता है। अगर मैंने पिटारा खोला और कहानियां बताई तो कई लोगों को परेशानी होगी। यादव ने अपना मोबाइल दिखाते हुए कहा कि उनके पास हुड्डा के समय की भर्ती की दो ओएमआर शीट हैं। इस पर जमकर हंगामा हुआ। इनेलो विधायक अभय चौटाला ने अभय यादव पर ही सवाल उठाए और सीएम से मांग की है कि इस मामले की जांच की जाए।