एक चप्पल से सुलझी बैंक लूट की गुत्थी, बॉलीवुड फिल्म जैसी है ये कहानी
मुम्बई के दहिसर इलाके में बैंक में दिनदहाड़े बंदूक की नोंक पर हुई लूट की गुत्थी को मुम्बई पुलिस ने सुलझा लिया है. इस वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए उनके पास से हथियार और लूटी गई रकम को बरामद कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक लूट के दौरान आरोपियों की बैंक में छूटी चप्पल उन तक पहुंचने के लिए सबसे बड़ा सुराग बनी. गिरफ्तार आरोपियों के नाम विकास और धर्मेंद्र यादव है, जो चचेरे भाई हैं और यूपी के भदोही के रहने वाले हैं. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस को स्पॉट पर आरोपियों की एक चप्पल मिली थी.
उस चप्पल को सूंघने के बाद मुंबई पुलिस का स्निफर डॉग उस घर तक पहुँचा,जहां आरोपी अंदर से दरवाजा बंद करके छुपा हुआ था. इसके बाद पुलिस ने पहले बन्द दरवाजे को खुलवाने की कोशिश की,लेकिन जब अंदर से कोई जवाब नही मिला तो क्राइम ब्रांच की टीम ने दरवाजे को तोड़ दिया. इस कमरे में मुख्य आरोपी विकास छुपकर बैठा हुआ था. उससे पूछताछ में मिली जानकारी के बाद पुलिस ने उसी इलाके में छुपे दूसरे आरोपी धर्मेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि पैसे की कमी को पूरा करने के उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया था और इसकी साजिश यूट्यूब पर वीडियो देखकर रची थी. यूट्यूब पर वीडियो देखने के बाद ही उन्होंने बैंक लूटने की योजना बनाई थी. लूट को अंजाम देने से पहले बिहार से कुछ दिन पहले हथियार लेकर मुंबई आये थे. मुख्य आरोपी विकास मुम्बई में सब्जी बेचने का काम करता था और अपने चचेरे भाई को वारदात से कुछ दिन पहले ही गांव से बुलाया था.
दरअसल बुधवार की शाम को दहिसर इलाके में दोनों आरोपियों ने स्टेट बैंक में फायरिंग करते हुए ढाई लाख रुपये लूट कर फरार हो गए थे. इस दौरान बैंक में काम करने वाले एक कर्मचारी की गोली लगने से मौत भी हो गई थी. दोनों आरोपी फिलहाल 7 जनवरी तक पुलिस हिरासत में हैं और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या इस साजिश में कोई और शामिल था या नही.