भीम सेना का शक्ति प्रदर्शन, संविधान के साथ नंगी तलवारें और पिस्टल लहराई
गुरुग्राम। मनुस्मृति दहन दिवस पर भीम सेना ने शहर में शक्ति प्रदर्शन किया। संसद में संविधान की प्रस्तावना बदलने को लेकर भाजपा सरकार द्वारा प्रस्ताव पेश किया गया था। जिसके विरोध में भीम सेना सड़कों पर उतरी। निजीकरण के खिलाफ भी शहर में लंबा काफिला निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया गया। वहीं इस दौरान शहर की पुलिस सुरक्षा में शामिल रही और ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया। लेकिन फिर भी शहर में कई जगह जाम लग गया। काफिले का नेतृत्व भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर कर रहे थे।
एकलव्य ग्राम खांडसा की अम्बेडकर चौपाल से यह काफिला शुरू होकर मुख्य खांडसा रोड़ से निकला। अम्बेडकर चौक, अनाज मंडी, भूतेश्वर मंदिर, सोना चौक, आपका बाजार, सिविल लाइंस, मोर चौक, सोना अड्डा होते हुए जिला एवं सत्र न्यायालय पहुंचा। इस रोड़ शो में सैंकड़ों गाड़ियों की कतारें थी। डीजे भी साथ में बजाया गया।
भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर ने सरेआम बीच रोड़ पर थार जीप पर सवार होकर नंगी तलवारें लहराई। संविधान की किताब के साथ पिस्टल भी सरेआम लहराई गई। प्रशासन मूक दर्शक बनकर देखता रहा। भीम सैनिकों ने जिला एवं सत्र न्यायालय पहुंचकर मनुस्मृति का दहन किया। भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। नवाब सतपाल तंवर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और कई आपत्तिजनक बयान दिए। मौके पर जिले के नायब तहसीलदार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। सुरक्षा और व्यवस्था के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात था।