सरकारी राशन की दुकान से मिले प्लास्टिक के चावल! गांव में मचा हड़कंप, जानें क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद में प्लास्टिक के चावल मिलने की खबर लोगों को परेशान किए हुए है. कोटेदार की दुकान से प्लास्टिक के चावल की बात सामने आने के बाद से लोग अपनी सेहत को लेकर चिंतिंत हो गए हैं.
लोगों का कहना है कि कोटे के चावल में कुछ अलग तरह के चावल दिख रहे हैं. इनका आरोप है कि जब इसे पकाया जा रहा है तो उसमें से चिपचिपा पदार्थ निकल रहा है. लोग इसे प्लास्टिक का चावल कहकर अब खाने से मना कर रहे हैं. वहीं जिम्मेदार अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जैसा चावल गोदाम से मिला था, वही बांटा जा रहा है. अगर चावल को लेकर शिकायत आ रही है, तो उसकी जांच कराई जाएगी.
दरअसल पूरा मामला बाराबंकी जनपद में तहसील फतेहपुर की न्याय पंचायत खपुरवा खानपुर से जुड़े कोटेदार के यहां का है. ग्रामीणों का आरोप है कि कोटे की दुकान से जो चावल मिल रहा है उसमें प्लास्टिक के चावल के दाने मिले हैं. यह खबर फैलते हुए कि कुछ ही देर में गांव में हड़कंप मच गया. तहसील फतेहपुर के मैदासपुर गांव के निवासी इसे मिलावटी चावल बता रहे हैं. चावल में प्लास्टिक के चावल का दाना मिले होने की बात से लोग सकते में आ गए हैं.
खबर मिलने के बाद जो लोग दुकान से चावल ले गए थे, वे भी वापस चावल ले आए और दूसरों के चावलों से मिलान करने लगे. जब अन्य लोगों के चावल में भी मिलावट के चावल दिखाई दिए तो लोग गुस्सा गए. ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले राशन दुकान से इस तरह का चावल का वितरण कभी नहीं हुआ है.
तहसील फतेहपुर के मैदासपुर गांव की महिला शकुंतला देवी ने बताया कि इसमें प्लास्टिक का चावल मिला हुआ है. खाने में कोई स्वाद नहीं है. साथ ही बच्चों को खिलाने पर वह बीमार भी हो सकते हैं. लोगों का कहना है कि हम लोग इस चावल को अब जानवर को खिला देंगे. वहीं सुनीता देवी नाम की महिला का कहना है कि हम लोग कोटे से चावल लेकर आये थे. घर में जब उस चावल को बनाकर खाया तो वह प्लास्टिक जैसा निकला. उनका कहना है कि यह चावल हम लोग खाएंगे ही नहीं क्योंकि इस चावल के खाने से हम लोग बीमार भी हो सकते हैं.
वहीं इस मामले को लेकर जिम्मेदार विपणन अधिकारी राजीव कुमार सिंह से बात की गई तो उनका कहना है कि अगर ग्रामीणों की शिकायत है तो यह जांच का विषय है. उनके गोदाम में खराब अनाज कभी नहीं आता है. उन्होंने बताया कि FCI से अनाज के बोरे लदकर हमारे पास आते हैं. अगर ऐसी कोई शिकायत लोगों की है तो हम लोग FCI से बात करेंगे कि ऐसा बोरा हमारे पास क्यों आया है? उनका कहना है कि लोगों की शिकायत को संज्ञान में लेकर जांच कराई जाएगी.