गिरफ्तारी के बाद पीयूष जैन ने बताया काली कमाई का पूरा सच
कानपुर। इनकम टैक्स रेड (Income tax raid) के बाद चर्चाओं में आए कथित इत्र कारोबारी पीयूष जैन को कोर्ट में पेश किया गया. पीयूष जैन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
पीयूष जैन की गिरफ्तारी पर डीजीजीआई ने कहा है कि पीयूष जैन ने यह स्वीकार किया है कि आवासीय परिसर से जो नकदी बरामद हुई है वह जीएसटी के भुगतान के बिना माल की बिक्री से संबंधित है. ओडोकेम इंडस्ट्रीज, कन्नौज द्वारा बड़े पैमाने पर जीएसटी की चोरी का संकेत मिला है. रिकॉर्ड में उपलब्ध सबूतों को जुटाया गया है.
गौरतलब है कि हजारों करोड़ के मालिक पीयूष जैन के ठिकानों पर छापेमारी के बाद भारी संख्या में कैश और सोना मिला है. इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया. इत्र कारोबारी पीयूष जैन को पुलिस कस्टडी में जिला अस्पताल के एमरजेंसी विभाग में लाया गया जहां पर उसकी कोरोना की जांच की गई.
जांच में कोरोना की पुष्टि नहीं होने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया. अधिकारियों को पीयूष जैन से पूछताछ में कई अहम सबूत मिले हैं. पीयूष जैन ने यह स्वीकार किया है कि आवासीय परिसर से जो नकदी बरामद हुई है वह जीएसटी के भुगतान के बिना माल की बिक्री से संबंधित है.
आईटी और जीएसटी विभाग की ओर से की गई कार्रवाई में 187 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाबी नकदी बरामद हुई. साथ ही बेहिसाब कच्चा और तैयार माल बरामद होने के बाद उसे सीजीएसटी अधिनियम की धारा 67 के तहत गिरफ्तार किया गया था.
ED की लखनऊ यूनिट पीयूष जैन के घर से बरामद अकूत प्रॉपर्टी के दस्तावेज की जांच कर रही है. बैंक अकाउंट को खंगाल रही है. मनी ट्रेल को पता लगाया जा रहा है. GST ने जिन सबूतों के आधार पर पीयूष जैन को गिरफ्तार किया है उन सबूतों को भी ईडी अपनी जांच का हिस्सा बनाएगी.
GST की प्रॉसीक्यूशन कंप्लेंट की कॉपी भी मांगेगी. पीयूष जैन के घर और अन्य ठिकानों पर पड़े आयकर विभाग के छापे में बेहिसाब नगदी बरामद होने के बाद उसे रविवार को गिरफ्तार किया गया.