SHO की प्रताड़ना से तंग आकर एक ही परिवार तीन लोगों ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखी पूरी दास्तां
जींद। अभी दो दिन पहले हरियाणा के हिसार में एक ही परिवार के 5 लोगों की मोक्ष के चक्कर में जान चली गई वहीँ दो दिन बाद फिर से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है जहां एक ही परिवार के तीन लोग फांसी से लटके मिले हैं। एक साथ तीन लोगों की मौत से गांव में सनसनी फैल गई। गांव के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। ग्रामीणों ने बताया कि मरने वाले पति-पत्नी और बेटा है। वहीं, इसी परिवार के एक सदस्य ने भी एक महीने पहले आत्महत्या कर ली थी। मामला पंजाब सीमा के साथ लगते जींद के गांव धनौरी का है।
हरियाणा के जींद के नरवाना क्षेत्र के गांव धनौरी में एक ही परिवार के तीन सदस्यों के फांसी के फंदे पर लटके मिलने से हडकंप मच गया। मृतकों में पति, पत्नी तथा बेटा शामिल है। घटना की सूचना पाकर गढ़ी थाना पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंच गई और हालातों का जायजा लिया। एक माह में एक ही परिवार के चार सदस्य आत्महत्या कर चुके हैं। मामले को लगभग सवा माह पहले हुई एक व्यक्ति की हत्या से जोड़ कर देखा जा रहा है। फिलहाल गढ़ी थाना पुलिस मामले की विभिन्न एंगलों से जांच कर रही है।
गांव धनौरी निवासी ओमप्रकाश (48), उसकी पत्नी कमलेश (45), उसका बेटा सोनू (20) के शव बुधवार को मकान में फांसी के फंदे पर लटके पाए गए। आशंका जताई जा रही है कि तीनों ने रात को फांसी लगाई है। घटना की सूचना मिलते ही गढ़ी थाना पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंच गई और हालातों का जायजा लिया।
लगभग एक माह पहले मृतक ओमप्रकाश के भाई बलराज ने खेत में कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली थी। बताया जाता है कि लगभग 35 दिन पहले गांव धनौरी निवासी नन्हा का शव गांव हंसडैहर ड्रेन के साथ बोरी में बंधा हुआ मिला था। जिसके गले में रस्सी भी थी। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या तथा शव को खुर्दबुर्द करने का मामला भी दर्ज किया था। नन्हा परिवार के लोग ओमप्रकाश तथा बलराज पर संदेह जता रहे थे। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में ले मामले की जांच शुरू कर दी है।
मृतका कमलेश के भाई कृष्ण ने कहा कि परिवार को जो लोग प्रताड़ित कर रहे थे उसकी सुचना पुलिस को दी गई थी। मेरी बहन और उसके परिवार ने आत्महत्या नहीं की है। उन सभी को मारकर लटकाया गया है। पुलिस को पता था कि इनकी जान को खतरा है फिर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इसके बारे में फोन पर बहन और भांजे में मुझे बताया था। वहीँ मृतक के चाचा ने कहा कि एसएचओ पवन कुमार परिवार को प्रताड़ित कर रहे थे। बार बार उन्हें पुलिस स्टेशन बुला कर परेशान कर रहा था। पिता और पुत्र को मामला निपटाने के लिए अपना खेत बेचने के लिए दबाव बना रहे थे।
गढ़ी थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि परिवार के तीनों सदस्य मकान में फांसी के फंदे पर लटकते पाए गए हैं। मौके पर फोरेंसिक टीम पहुंची और साक्ष्यों को जुटाया जा रहा है। मृतकों पर पूर्व में हुई एक व्यक्ति की हत्या का संदेह था। मामले की विभिन्न एंगल से जांच की जा रही है। वहीँ सोनू द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमे उन्होंने झेल रहे प्रताड़ना की दास्तान लिखी है। लिखा है -
मैं मेरे माता-पिता कातिल नहीं हैं और ना हमें पता नन्हू का मर्डर किसने किया है। सुसाइड नोट में सोनू ने लिखा कि मैं मेरे माता पिता नन्हू के घर वालों के डर से मर रहे हैं। घर वाले नन्हूं की बहु मेवा, काला, मुनी, मुनी का लडका, काला का लड़का, भीम के दोनों लडके। अंकित के मारपीट की वीडियो घर पर कैमरे में रिकॉर्ड है। मेरी मौत की जिम्मेदार पूरी गली वाले हैं क्योंकि उन्होंने सच की गवाही नही दी। पुरी गली नन्हू के पक्ष में है।
मुझे अपनी जिंदगी बहुत प्यारी थी, लेकिन गांव वालों का एक तरफा होने के कारण में जिंदगी खो रहा हूं। मैनें जो एसएचओ काे बयान दिया वो सब सच है। मैं और मेरे माता पिता नन्हूं के घर वालों के डर से मरे हैं। हमारा नन्हू की हत्या में कोई हाथ नही है। हम आत्महत्या कर रहें है। क्योंकि पूरा गांव हमें अपराधी मान रहा है।
आज काला का लडका अंकित हमारे घर पर लडाई करने आया था उसने शराब पी रखी थी और बोल रहा था कि मै सोनू को जान से मांरूगा और मकान पर ईंट मारने लगा। मैंने पुलिस को फोन किया पुलिस ने आकर हमें ही धमकाया कि तुम झूठ बोल रहे हो। इस वारदात को पूरी गली देख रही थी, किसी ने भी गवाही नही दी। अंकित हमारे घर मारपीट करने आया है। भगवान करें इस गाल(गली) का नास हो। है राम नया हो (सोनू) जय बाबा गोरखनाथ की।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों के शवों को कब्जे में ले लिया। ग्रामीणों के अनुसार बलराज के आत्महत्या करने के बाद से ओमप्रकाश का परिवार परेशान दिखाई दे रहा था और ग्रामीणों से भी कम बात करते थे। ओमप्रकाश के परिवार द्वारा उठाए गए कदम से ग्रामीण हैरान है और उनका कहना है कि किसी को भी यह उम्मीद नहीं थी कि ओमप्रकाश का पूरा परिवार यह कदम उठा लेगा। एएसपी कुलदीप सिंह ने कहा कि एक ही परिवार के तीन सदस्यों द्वारा आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।