मकर संक्रांति पर 29 साल बाद बन रहा है यह दुर्लभ संयोग, इन राशि के जातकों को मिलेगी सरकारी नौकरी
मकर सक्रांति इस बार पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि के दिन 14 जनवरी को शुक्ल और ब्रह्म योग के मंगलकारी संयोग में मनाई जाएगी। वहीं मतमतांतर के साथ मकर संक्रांति का पर्वकाल 15 जनवरी को भी माना जाएगा। इस दिन रोहिणी नक्षत्र रहेगा। चूंकि हिंदू धर्म में सूर्य देव को प्रत्यक्ष देव कहा गया है। जो प्रतिदिन साक्षात दर्शन देकर सारे जगत में ऊर्जा का संचार करते हैं।
ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों का स्वामी माना जाता है। मान्यता है कि सूर्य अपनी नियमित गति से राशि परिवर्तन करते हैं। सूर्य के इसी राशि परिवर्तन को संक्रांति कहा जाता है। खगोलीय घटना के अनुसार सूर्य हर वर्ष धनु से मकर राशि में प्रवेश करता है और हर बार यह समय लगभग 20 मिनट बढ़़ जाता है। इसलिए 72 साल बाद एक दिन का अंतर पड़ जाता है। पंद्रहवीं शताब्दी के आसपास यह संक्राति 10 जनवरी के आसपास पड़ती थी और अब यह 14 व 15 जनवरी को होने लगी है। वर्ष 2018 में 14 जनवरी और 2019 और 2020 में यह 15 जनवरी को पड़ी थी। गणना यह है कि पांच हजार साल बाद मकर संक्राति फरवरी के अंतिम सप्ताह में मनानी पड़ेगी।
मकर संक्रान्ति के दिन गंगा स्नान और दान पुण्य का विशेष महत्व है। मान्यता है कि मकर संक्रान्ति के दिन देव भी धरती पर अवतरित होते हैं, और आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है। इसी दिन सूर्य देव मकर राशि में गोचर करेंगे। 14 जनवरी, मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा। इस गोचर से 29 साल बाद एक खास संयोग का निर्माण होने जा रहा है। दरअसल 14 जनवरी को सूर्य और शनि एकसाथ मकर राशि में विराजमान होंगे। आखिरी बार ऐसा संयोग वर्ष 1993 में देखा गया था। शनि 30 साल में अपना राशि चक्र पूरा करते हैं और इसीलिए सूर्य का पुत्र शनि से 29 साल बाद मिलन होगा। इस अनयोग का प्रभाव राशियों पर भी पड़ेगा। ज्योतिषविदों की मानें तो सूर्य-शनि का यह दुर्लभ संयोग चार राशियों को बहुत फायदा देने वाला है। आइए जानते हैं उन राशियों के बारे में जिनके कार्यक्षेत्र में यह योग शुभ परिणाम प्रादन करेगा।
सिंह राशि : मेष राशि के जातकों के सूर्य और शनि की युति से करियर की नई संभावनाएं आपके सामने आएंगी। यह आप पर निर्भर करता है कि आप उसे स्वीकारते हैं या नहीं। इसके साथ ही आपको नई जिम्मेदारियां भी मिल सकती है। चूंकि सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव ही हैं, इसलिए सिंह रही के जातक इस दौरान जो भी कार्य करेंगे उसकी सराहना होगी। कार्यक्षेत्र में प्रमोशन के साथ वेतन में भी वृद्धि की संभावना है। सूर्य-शनि की युति सिंह राशि वालों के लिए करियर के नए रास्ते खोलेगी। ऑफिस-कारोबार में नई जिम्मेदारियों के साथ आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। कार्यों में सफलता और प्रशंसा मिलेगी। लोगों के बीच अलग पहचान बनाएंगे। मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। पदोन्नति और आय में वृद्धि के योग भी बन रहे हैं।
धनु राशि : धनु राशि के स्वामीग्रह गुरु ग्रह हैं और चूंकि सूर्य और गुरु मित्र ग्रह हैं तो इस सूर्य-शनि की युति का शुभ फल धनु राशि को भी प्राप्त होगा। धनु राशि के जातक को इसका भौतिक लाभ प्राप्त होने की संभावना है। अचानक से कुछ धन आपके पास आने की संभावना है। धनु राशि के जातक यदि नौकरी में बदलाव करते हैं तो आर्थि रूप से उन्हें तरक्की भी प्राप्त हो सकती है। धनु राशि के जातकों के लिए यह युति मनोवांछित फल देने वाला होगा। यदि आप सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो यह समय इसके लिए बहुत शुभ है।
मीन राशि : मकर संक्रांति आपके लिए भी अच्छी होगी। मीन राशि के स्वामी ग्रह भी गुरु हैं और इसलिए मित्र ग्रह होने कारण यहां भी यह युति आर्थिक लाभ प्रदान करेगी। मीन राशि के जातकों की आय में वृद्धि होने की संभावना है। यदि मीन राशि के जातक कि रुचि राजनीति में है तो ऐसे आपको राजनीति में कोई बड़ा पद भी मिल सकता है। आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा। सूर्य देव की कृपा से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आय के नए स्रोत बनेंगे। मनोकामनओं की पूर्ति के लिए सूर्य देव को स्नान के बाद जल अर्पित करें।
मिथुन : सूर्य-शनि का यह अद्भुत संयोग मिथुन राशि वालों के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है। नौकरीपेशा लोगों को उच्च पद मिल सकता है। आय बढ़ने के भी योग बनेंगे। अपनी कार्यशैली से बॉस को प्रभावित करने में सक्षम होंगे। परीक्षा की तैयार कर रहे छात्रों के लिए समय अनुकूल रहने वाला है। मेहनत और एकाग्रता के साथ किए गए कार्यों में निश्चित ही सफलता मिलेगी।