सिर्फ 5,000 से शुरू करें करोड़पति बनने तक का सफर, जानें क्या है फार्मूला
जिस समय हम अपना काम शुरू करते हैं, तभी से कुछ बचाने की योजना बनाते हैं. साथ मे बचत को अलग-अलग प्रोडक्ट्स में निवेश करने का प्लान तैयार करते हैं. निश्चित ही निवेश की यह प्लानिंग हमारे भविष्य की आर्थिक जरूरतों को पूरा करते हैं, एक सुखद जीवन के हमारे सपने को साकार करते हैं.
एक कामकाजी आदमी की तरह ही एक घरेलू महिला भी अचानक आई जरूरतों के वास्ते कुछ पैसे बचाने के लिए खर्चों में कटौती करती है. घरेलू महिला में बचत की आदत होती है. अगर बचत की इस आदत को निवेश की तरफ जोड़ दिया जाए तो घर बैठी महिला भी करोड़पति बन सकती है.
पर्सनल फाइनेंस प्लानर ममता गोदियाल कहती हैं कि कोई महिला नौकरी में है या गृहिणी, इन्वेस्टमेंट करते समय दोनों ही गलतियां करती हैं, इसीलिए उनके पास कम पैसे होते हैं. ममता कहती हैं, ‘लेकिन चिंता न करें, हम यहां आपको अपना पैसा बढ़ाने के लिए आंखें खोलने वाले कुछ टिप्स शेयर कर रहे हैं. ये टिप्स आपको करोड़पति बनाने में मदद कर सकते हैं.
ममता गोदियाल यहां 5,000 रुपये से करोड़पति बनने तक की यात्रा का नक्शा तैयार कर रही हैं. वे कहती हैं कि अगर हम फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), सार्वजनिक भविष्य निधि यानी पीपीएफ (PPF) और म्यूच्युअल फंड्स में हर महीने 5000 रुपये का निवेश कर रहे हैं तो हमारा पोर्टफोलियो कुछ ऐसा दिखाई देगा-
निवेश ब्याज दर 10 वर्ष 20 वर्ष 30 वर्ष 40 वर्ष
सावधि जमा 6 फीसदी 8,23,494 23,21,755 50,47,688 1,00,07,241पीपीएफ 7.1 फीदी 8,75,352 26,52,088 62,58,402 1,35,78,283म्यूचुअल फंड 15 फीसदी 13,93,286 75,79,775 3,50,49,103 15,70,18,777निवेशित राशि 6,00,000 12,00,000 18,00,000 24,00,000
इस तालिका से आप देख सकते हैं कि-– FD में 10 साल के लिए 6 लाख रुपये रखे हैं और मुझे रुपये मिलेंगे. मैच्योरिटी पर 8.3 लाख और 40 साल में 24 लाख रुपये के निवेश पर 1.02 करोड़ मिलेंगे.– पीपीएफ में 10 साल के लिए 6 लाख रुपये रखे हैं तो मैच्योरिटी पर 8.75 लाख और 40 साल में 24 लाख रुपये के निवेश पर 1.35 करोड़ मिलेंगे. पूरी राशि टैक्स से मुक्त है.– म्युचुअल फंड में 10 साल के लिए 6 लाख रुपये रखे हैं. मैच्योरिटी पर 13.9 लाख और 40 साल में 24 लाख रुपये के निवेश पर 15.7 करोड़ मिलेंगे. जो एक बड़ी राशि है.
जानें क्या है अंतर
– 10 साल के बाद म्यूचुअल फंड में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है.– कंपाउंडिंग की ताकत भी देख सकते है. अगर जल्दी निवेश करते हैं तो हमें निवेश पर ज्यादा रिटर्न मिल सकता है.– इससे यह भी पता चलता है कि FD को इमरजेंसी फंड के रूप में या शॉर्ट टर्म गोल के लिए रखना चाहिए जबकि म्यूचुअल फंड को लॉन्ग टर्म गोल के लिए चुना जाना चाहिए.– पीपीएफ अच्छा निवेश है क्योंकि यह एफडी की तुलना में कुछ बेहतर रिटर्न देता है. इसके अलावा पीपीएफ की ताकत इसके तहत मिलने वाली छूट. पीपीएफ में किए गए सभी जमा पर आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कर छूट मिलती है. इसके अलावा पीपीएफ में इकट्ठा राशि और ब्याज भी निकासी के समय कर से मुक्त है.