एक ही दिन, एक ही सपा नेता पर 6 थानों में दर्ज हुआ मुकदमा, केस करने वाला भी एक ही शख्स
देवरिया: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Vidhan Sabha Chunav) की मुनादी हो चुकी है और इसके साथ ही पूरे राज्य में आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू है. उत्तर प्रदेश (UP Chunav) में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Election) के सियासी घमासान के बीच आचार संहिता के उल्लंघन का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक नेता पर एक ही दिन में एक ही शख्स द्वारा छह अलग-अलग थान में मुकदमा दर्ज हुआ है. जिस नेता पर मुकदमा दर्ज हुआ है, वह समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं और उन पर आरोप है कि उन्होंने आदर्श आचार संहिता का पालन नहीं किया और कई स्थानों पर पेंटिंग करवाई और पोस्टर लगवाए.
दरअसल, मामला उत्तर प्रदेश के बरहज विधानसभआ क्षेत्र का है, जहां सपा नेता वीरेंद्र चौधरी पर देवरिया जिले के 6 थानों में एक साथ ही कई मुकदमे दर्ज हुए हैं. हैरानी की बात यह है कि ये सभी मुकदमे एक ही शख्स द्वारा अलग-अलग थानों में दर्ज कराए गए हैं. बता दें कि यह मुकदमा बरहज, मदनपुर, मईल, खुखुंदू, भलुवानी और लार थाने में दर्ज किया गया है. आरोप है कि सपा नेता वीरेंद्र चौधरी ने बरहज विधानसभा क्षेत्र के कई स्थानों पर वॉल पेंटिंग करवाई थी और पोस्टर लगवाए थे. बता दें कि बरहज विधानसभा सीट पर सपा का दबदबा रहा है.
दरअसल बरहज विधानसभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता विरेंद्र चौधरी टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. सपा नेता वीरेंद्र चौधरी का कहना है कि 9 जनवरी को जब इलेक्शन कमीशन ने उत्तर प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू की तो उन्होंने सभी स्थानों पर से वॉल पेंटिंग को मिटा दिया और पोस्टर्स हटा दिए, मगर बरहज सर्किल के एसडीएम ध्रुव शुक्ला ने 12 जनवरी को उनके खिलाफ जिले के छह थानों में एक ही साथ आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर 6 केस दर्ज करवा दिए.
सपा नेता वीरेंद्र चौधरी ने बरहज के उपजिलाधिकारी धुव्र शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह भारतीय जनता पार्टी के इशारों पर कार्य कर रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कई स्थानों पर प्रचार सामग्री चिपकाया हुआ है और वॉल पेंटिंग किया गयाहै लेकिन वह इन पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं और वह भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर झूठा मुकदमा लिख रहे हैं.
देवरिया जिले की बरहज विधानसभा सीट पर सबकी निगाहें होंगी, क्योंकि यहां से अब तक भाजपा दो बार ही जीत का स्वाद चख पाई है. बरहज विधानसभा सीट समाजवादियों की गढ़ मानी जाती है, क्योंकि यहां कुल 7 बार सपा के उम्मीदवार जीत चुके हैं जो अन्य पार्टियों के मुकाबले कई ज्यादा हैं. अभी भाजपा यहां से दो बार ही जीत दर्ज कर पाई है. मौजूदा वक्त में यहां भाजपा का कब्जा है. इस चुनाव में देखना होगा कि भाजपा अपनी सीट बचा पाती है या समाजवादी अपने गढ़ को फिर से कब्जे में ले लेंगे.
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा. उत्तर प्रदेश में अन्य चरणों में मतदान 14, 20, 23, 27 फरवरी, 3 और 7 मार्च को होगा. वहीं यूपी चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे. 2017 के चुनाव में बीजेपी ने यहां की 403 में से 325 सीटों पर जीत दर्ज की थी. सपा और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. सपा ने 47 और कांग्रेस ने 7 सीटें ही जीती थीं. मायावती की बसपा 19 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. वहीं 4 सीटों पर अन्य का कब्जा हुआ था.