टिकट कटने पर भावुक हुए BJP विधायक पप्पू भरतौल, बोले- रामराज्य में जनक हार गया
उत्तर प्रदेश में इन दिनों विधानसभा चुनाव का दंगल चल रहा है. इसमें हर रोज नए समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं. कई सूरमाओं को टिकट मिल रहा है तो कई नेताओं को मायूस होना पड़ रहा है. मायूस नेताओं की सूची में बिथरी चैनपुर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल का नाम भी शामिल हैं. पप्पू भरतौल साक्षी मिश्रा के पिता (Sakshi Mishra Father MLA Rajesh Mishra) हैं. टिकट कटने के बाद विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने भावुक फेसबुक पोस्ट (Facebook Post) किया है. विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर राजेश मिश्रा ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा- रामराज्य में जनक हार गया.
बता दें कि साक्षी मिश्रा ने प्रेम विवाह कर अपने ही पिता के खिलाफ वीडियो वायरल किया था. इसमें उन्होंने अपनी और पति की जान को खतरा बताया था. हालांकि, विधायक राजेश मिश्रा ने बेटी के दावे को खारिज कर दिया था. इस प्रकरण से भाजपा विधायक की काफी किरकिरी भी हुई थी. साक्षी मिश्रा का दावा था कि परिजनों के डर से वह अपने पति के साथ किसी अज्ञात स्थान पर रहती हैं. बाद में साक्षी और उनके पति के दिल्ली में रहने की सूचना सामने आई थी. इस मामले से राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल की छवि को भी नुकसान पहुंचा था. अब भाजपा की ओर से जारी प्रत्याशियों की सूची में उनका नाम ही नहीं है.
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. इसमें पार्टी की ओर से जातीय समीकरण का खास खयाल रखा गया है. पहले और दूसरे चरण में होने वाले चुनाव को लेकर जारी लिस्ट में कई मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं, तो कइयों पर पार्टी ने दोबारा भरोसा जताया है. टिकट कटने वाले विधायकों की सूची में बिथरी चैनपुंर विधानसभा सीट से भाजपा एमएलए राजेश मिश्रा का नाम भी शामिल है. उनकी जगह पर इस बार बीजेपी ने डॉक्टर राघवेंद्र शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है.
भाजपा की ओर से जारी प्रत्याशियों की पहली सूची में जातीय समीकरण का खास खयाल रखा गया है. लिस्ट में समाजवादी पार्टी (सपा) की ओर से पिछड़ा विरोधी होने के लगाए जा रहे आरोपों की धार को कुंद करने की भरसक कोशिश की गई है. ‘मंडल’ राजनीति का एक अलग खाका पेश करते हुए 107 उम्मीदवारों की पहली सूची में बीजेपी ने सर्वाधिक प्रतिनिधित्व पिछड़ों को प्रदान किया है. साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विरोधी दलों के गठबंधन की काट के लिए जाट नेताओं पर भरपूर भरोसा जताया गया. सपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के साथ गठबंधन किया है.