एजेंट की गलती के कारण मलेशिया में गिरफ़्तार हुए नोमान के लिए फरिश्ता बने सैयद आबिद हुसैन
मुजफ्फरनगर के मोहम्मद नोमान 5 साल पहले टूरिस्ट विज़िट बीज़े पर मलेशिया के मलाका राज्य में काम करने गए थे और 19 अक्टूबर 2021 को मोहम्मद नोमान भारत वापस आ रहे थे एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उन्हें पुरे डॉक्यूमेंट ना होने की वजह से गिरफ्तार कर लिया और नोमान को जेल भेज दिया
घर वालों को जब इस बात का पता चला घर में मातम छा गया घर वाले अपने लाल को वतन वापस लाने के लिए संघर्ष करने लगे और मलेशिया मे नोमान के स्पोंसर ने एक वकील से सम्पर्क करवाया लेकिन किसी तरह उनका सरकार या एंबेसी से राब्ता नहीं हो पा रहा था ऐसे में उन्हें फेसबुक पर एक खबर द रिपोर्ट हिंदी की दिखी जिसमें 6 लड़कों की सैयद आबिद हुसैन द्वारा भारत वापसी कराई गई थी
उन्होंने तत्काल द रिपोर्ट हिंदी के प्रधान संपादक वसीम अकरम त्यागी से संपर्क किया और रुद्रपुर भगाही अम्बेडकर नगर निवासी सैयद आबिद हुसैन का मोबाइल नंबर मांगा 31 अक्टूबर को मोहम्मद नोमान के भाई मोहम्मद साबिर त्यागी ने सैयद आबिद से संपर्क किया और नोमान की सारी घटना बताइ
आबिद ने तत्काल भारत मलेशिया हाई कमिशन को मोहम्मद नोमान के बारे में अवगत कराया और भारत मलेशिया हाई कमिशन ने जेल सेक्शन डिपार्टमेंट को आदेश दिया और लंबी मशक्कत के बाद 23 दिसंबर 2021 को मोहम्मद नोमान सकुशल भारत आगये और घर पहुंचने के बाद मोहम्मद नोमान एवं साबिर ने सैयद आबिद हुसैन, वसीम अकरम त्यागी एवं भारत मलेशिया हाई कमिशन की पूरी टीम का धन्यबाद किया साथ मे आबिद हुसैन ने भी नोमान की मदद के लिए भारत मलेशिया हाई कमिशन की पूरी टीम का धन्यवाद किया
आबिद हुसैन ने सभी युवाओं से एक बार फिर अपील करते हुए कहा मैं युवाओं से गुजारिश करता हूं कि ऐसे फर्जी एजेंटों से सावधान रहें और इनके जाल साजी में न आयें। विदेश जरूर जायें पर बहुत सतर्क और सुरक्षित हो कर जायें। एजेंट और एजेंसी व दस्तावेज की पूरी जांच पड़ताल कर के ही जायें और जाते ही सम्बंधित एम्बेसी एवं हाई कमीशन से जरूर संपर्क करें। ताकि उनके साथ कोई भी दिक्कत आये तो एम्बेसी आपकी सीधे मदद कर सके।