प्रेमिका बोली- पहले मेरे पति की हत्या करो, फिर शादी करूंगी और प्रेमी ने कर दी हत्या
पानीपत। हरियाणा में दिलदहला देने वाली मर्डर मिस्ट्री का खौफनाक खुलासा हुआ है जिसके बाद पुलिस के भी होश उड़े हुए हैं। डायन बनी पत्नी ने अपने प्रेमी व उसके दो दोस्तों के साथ मिलकर पति की रूह कंपाने वाली हत्या करा दी। उसका दिल नहीं भरा तो इसका वीडियो बनवाया, पहले गले में बेल्ट डालकर घसीटा। एक घंटे तक पीट-पीटकर मार डाला। बाइक से तेल निकाला, फिर मुंह पर डालकर आग लगा दी। इसके बाद शव नहर में फेंक दिया। मामला पानीपत के भारत नगर का है।
जमीन के टुकड़े के लिए भारत नगर में महिला ने बड़ी बहन ऊषा के साथ मिलकर अपने ही पति 32 वर्षीय भारत नगर के अशोक की हत्या करा दी। 19 सितंबर की रात को ऊषा के शादीशुदा प्रेमी जींद के करसिंधू गांव के दीपक ने दोस्त संग मिलकर गढ़ी सिकंदरपुर के पास नहर पर अशोक को पर पीट-पीटकर मार डाला। शव को नहर में फेंक दिया। वारदात का वीडियो देख दोनों बहनों के कलेजे को ठंडक पहुंची। 21 सितंबर को अशोक के शव को पुराना औद्योगिक थाना पुलिस ने जाटल रोड के पास हनुमान मंदिर के सामने से नहर से बरामद किया। चेहरा जला होने के कारण शव की शिनाख्त नहीं हो पाई। हाथ पर अशोक व सोनू लिखा था। पुलिस ने शव की शिनाख्त नहीं हुई तो लावारिस मानकर अंतिम संस्कार कर दिया।
जानकारी के अनुसार मूलरूप से करनाल के दाहा-बछिदा निवासी अशोक (मृतक) भारत नगर में रहता था। तीन भाइयों में वह सबसे छोटा था। उसका सबसे बड़ा भाई बिजेंद्र और मंझला भाई राजू है। तीनों शादीशुदा हैं। अशोक की पत्नी सोनू और राजू की पत्नी ऊषा दोनों सगी बहनें हैं। पांच साल पहले राजू एक फैक्टरी में काम करता था, उसी फैक्टरी में करसिंधू निवासी दीपक भी मालिक का ड्राइवर था।
दोनों की दोस्ती हुई और दीपक सोनू के घर आने-जाने लगा। दीपक और ऊषा का रिश्ता करीब होता चला गया। दूसरी ओर अशोक की पत्नी सोनू के भी किसी अन्य युवक के साथ अवैध संबंध थे। अशोक के नाम एक प्लॉट था, जिस पर सोनू और उसकी बहन ऊषा की नजर थी। यही कारण है कि दोनों बहनों ने दीपक की मदद से पहले अशोक को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
इसके तहत 19 सितंबर की रात को सोनू ने अशोक को काल कर कहा कि दीपक प्लाट का ग्राहक लेकर आया है। काबड़ी रोड पर मिलना। दीपक अपने एक दोस्त के साथ बाइक से आया और अशोक को बैठाकर गढ़ी सिकंदरपुर के पास नहर किनारे पर ले गया। वहां पर आरोपितों का एक दोस्त पहले से ही मौजूद था। अशोक को शराब पिलाई। इसके बाद बेल्ट से अशोक का गला घोंटा। पीट-पीटकर मार डाला। मुंह पर तेल डालकर जलाया और शव को दिल्ली पैरलल नहर में फेंक दिया।
अशोक की हत्या के बाद ऊषा व सोनू निश्चित हो गईं थीं कि अशोक के नाम प्लाट को बेच देंगी। प्लाट के बिकने में राजू भी आड़े आ रहा था। ऊषा ने प्रेमी दीपक पर राजू की हत्या के लिए दबाव डाला। हत्या के बाद शादी करने का झांसा दिया। दीपक ने हत्या करने से मना कर दिया और दोस्त राजू को अशोक हत्याकांड व उसकी हत्या करने की साजिश के बारे में बता दिया। ऊषा व उसकी बहन को डर हो गया कि कहीं राजू व दीपक पुलिस को अशोक की हत्या के बारे में न बता दें। इसलिए दीपक के खिलाफ ही शिकायत दे दी। दीपक की गिरफ्तार के बाद हत्याकांड की परतें खुलती चली गई।
14 जनवरी को सोनू ने पुराना औद्योगिक थाना पुलिस को शिकायत दी कि जून 2021 में दीपक ने किसी बात को लेकर घर में घुसकर उसके पति अशोक की पिटाई कर दी थी। माडल टाउन थाना में मामला दर्ज है। इसके बाद से दीपक पति से रंजिश रखने लगा था। बाद में आरोपित ने पति से दोस्त कर ली थी। 19 दिसंबर 2021 की रात को दीपक घर से अशोक को बुलाकर ले गया था। इसके बाद अशोक घर नहीं लौटा।
स्वजन उसकी तलाश करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 13 जनवरी को दीपक घर आया और सोनू के साथ गाली-गलौज करने लगा। दीपक ने कहा कि अशोक की हत्या कर दी है। किसी ने उसे आने से रोका तो उसका भी यही अंजाम होगा। इसके बाद दीपक ने उसे फोन में वीडियो दिखाई। आरोपित ने कहा कि उसने अशोक की हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया है। अशोक की 19 सितंबर को हत्या हो चुकी थी। शिकायत में पति के घर से बुला ले जाने की 19 दिसंबर तारीख लिखवा दी।
हत्या आोरपित दीपक की मां संतोष, पुराना औद्योगिक थाना पहुंची। यहां पुलिस को बताया कि उसकी दो बेटी, मंझला बेटा दीपक और छोटा अनिल है। दीपक की आठ साल पहले शादी हुई, लेकिन संतान नहीं है। पांच साल से दीपक पानीपत की एक फैक्ट्री में ड्राइवर है। इसी फैक्ट्री में भारत नगर का राजू भी काम करता था। दोनों में दोस्ती हो गई। घर आना-जाना हो गया। राजू की पत्नी ने बेटे को पांच साल से चंगुल में फंसा कर रखा है। बेटे से 60 हजार रुपये हड़प चुकी है।
13 जनवरी को ऊषा ने काल कर उसे बताया कि दीपक फंदा लगाकर जान देना चाहता है। बचा लो। वह ऊषा के घर गई और बेटे को अर्जुन नगर स्थित उसके कमरे पर भेज दिया। बेटे ने बताया था कि ऊषा अपने पति की हत्या कराना चाहती है। उसने मना कर दिया है। 14 जनवरी को दीपक ने उसे काल कर बताया कि वह नहर में कूदकर जान देने जा रहा है। कमरे पर उसका मोबाइल फोन पड़ा है। वह बेटे अनिल के साथ पानीपत आई और कई घंटे तक बेटे की तलाश करती है। 15 जनवरी को बेटा घर लौट आया। आरोप है कि ऊषा ने बेटे से देवर की हत्या करा दी है। बेटे को पुलिस केस में फंसा दिया है।
अशोक के परिवार में बड़ा भाई बिजेंद्र, मंझला भाई राजू, बेटा रवि, बेटी अंजलि व बेटा ईशू है। पड़ोसी पालेराम ने बताया कि करीब सात महीने पहले दीपक ने गली में अशोक की पिटाई की थी। बीच-बचाव के लिए आए तो उन्हें भी पीटा गया। इसके बाद अशोक पत्नी सोनू व बच्चों के साथ घर छोड़कर अर्जुन नगर में किराये के मकान में रहने लगा। एक महीना बाद सोनू बच्चों के साथ घर लौट आया, लेकिन अशोक नहीं लौटा। इसके बाद अशोक उन्हें दिखाई भी नहीं दिया।
पुलिस ने 21 सितंबर को अशोक के शव को जाटल रोड के नजदीक हनुमान मंदिर के पास दिल्ली पैरलल नहर से बरामद किया था। लावारिस मानकर अंतिम संस्कार कर दिया। पड़ोसियों ने बताया कि सोनू व स्वजनों को शव की जानकारी थी, लेकिन शव लेने नहीं गए। सोनू ने तभी से ही अशोक की तस्वीर पर माला चढ़ा दी थी। उसके चेहरे पर शिकन नहीं थी।
दरअसल, पड़ोसियों को बता दिया कि पति की मौत हो गई है। पड़ोसियों ने पूछा कि पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी है क्या। बोली करा दी है। उधर, पुराना औद्योगिक थाना पुलिस ने हत्या आरोपित दीपक को गढ़ी सिकंदरपुर के पास गिरफ्तार किया। हत्या की साजिश रचने की आरोपित सोनू व ऊषा को घर से गिरफ्तार किया। तीनों आरोपितों को अदालत में पेश किया, जहां से दोनों महिलाओं को जेल भेज दिया गया। जबकि दीपक को पांच दिन की रिमांड पर लिया गया है।