पुश्तैनी जमीन के लिए दादा, मां और भाई को उतारा मौत के घाट, जाने पूरा मामला
झज्जर। जमीन हड़पने के लिए हरियाणा के युवक ने खून के रिश्तों का कत्ल कर दिया। जमीन हड़पने के लिए युवक ने खूनी खेल खेला और अपनों को ही गला घोंट कर मार डाला। मामला पुश्तैनी जमीन को हड़पने का है। पुश्तैनी जमीन को हड़पने के लिए एक युवक ने अपने खून के रिश्ते को शर्मशार कर दिया।
युवक ने पहले अपने दादा और उसके कुछ रोज बाद ही अपनी मां व सगे भाई को मौत (Murder) के घाट उतार दिया. मामले में दिलचस्प पहलू ये भी है कि जिस जमीन को हड़पने के लिए उसने अपने खून के रिश्तों का कत्ल किया वह जमीन भी अब उन लोगों के पास है जिन्होंने इस जमीन को हड़पने के लिए आरोपी को बहला-फुसलाकर इन जघन्य हत्याओं को अंजाम दिलाया था। यह मामला झज्जर (Triple Murder in Jhajjar) जिले के गांव डीघल का है।
इस पूरी साजिश में हत्यारे संजीव के साथ उसके ही परिवार के दो अन्य लोग शामिल है। अब गांव डीघल में पारिवारिक जमीनी विवाद में साथियों के साथ मिलकर करीब तीन माह पूर्व दादा, उसके बाद मां व भाई की हत्या कर उन्हें फंदे से लटकाने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को बुधवार को अदालत में पेश करने के बाद पुलिस ने तीन दिन के रिमांड पर लिया है।
मामले का अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भारती डबास ने पत्रकार वार्ता में खुलासा किया है। इसके साथ ही गांव में ही आरोपी द्वारा एक फॉर्च्यूनर गाड़ी को आग लगाने के मामले का भी खुलासा हुआा है। दादा की हत्या के मामले को आत्महत्या समझते हुए गांव के लोगों ने बगैर पोस्टमार्टम कराए उनका दाह संस्कार कर दिया था।
आरोपी पर इन घटनाओं से पूर्व गांव में ही एक फार्च्यूनर गाड़ी को जलाने का भी आरोप है। मामले में दिलचस्प पहलू ये भी है कि जिस जमीन को हड़पने के लिए उसने अपने खून के रिश्तों का कत्ल किया वह जमीन भी अब उन लोगों के पास है जिन्होंने इस जमीन को हड़पने के लिए आरोपी को बहला-फुसलाकर इन जघन्य हत्याओं को अंजाम दिलाया था।
करीब 24 साल के संजीव पुत्र धर्मबीर ने ही अपनी पुश्तैनी जमीन हड़पने के लिए ही इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया। इस जघन्य हत्याकांड का पूरी तरह खुलासा बुधवार को जिला लघु सचिवालय में एएसपी भारती डबास ने पत्रकारों के सामने किया। एएसपी के अनुसार गांव डीघल में पिछले साल 11 सितम्बर की रात 78 साल के ईश्वर की मौत हुई थी, लेकिन परिवार वालों व ग्रामीणों ने बुजुर्ग के शव का पोस्टमार्टम साधारण मौत समझ कर नहीं कराया था। उसके बीस दिन बाद ही इसी घर में ईश्वर की पुत्रवधु सुशीला व सचिन के शव भी फांसी के फंदे पर लटके हुए पाए गए थे।
इनके शवों को नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया, लेकिन कोई शिकायत न होने के चलते पुलिस ने इस मामले में इत्तेफाकिया कार्रवाई की थी।इस बीच एक-दो रोज पूर्व डीघल निवासी धर्मबीर ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसे आशंका है कि उसके पिता ईश्वर व उसकी पत्नी सुशीला और बेटे सचिन की हत्या की गई है और इसके लिए उसका सगा बेटा संजीव किसी ने किसी रूप में शामिल है। धर्मबीर की इसी शिकायत पर जब पुलिस ने संजीव को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की तो मामला खुद-बखुद खुलता चला गया।
मामले में खुलासा हुआ कि संजीव ने ही अपने दादा की साढ़े चार एकड़ खेती की जमीन हड़पने के लिए इस पूरी साजिश को अंजाम दिया है। पहले उसने दादा ईश्वर का गला घोंटकर हत्या की और बाद में उसके कुछ ही दिनों बाद उसने अपनी मां व भाई के खाने में नींद की गोलियां मिलाकर पहले उन्हें बेहोश किया और बाद उनकी गला घोंटकर हत्या की। उसके बाद उसने मां व भाई के शव को फांसी के फंदे पर इसलिए लटका दिया ताकि उनकी मौत आत्महत्या लगे।पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर तीन दिनों के रिमांड पर लिया है। पुलिस को इस मामले में अभी कुछ ओर पर्दाफाश होने की संभावना है।