तौकीर मियां का विवादित बयान, बोले- हमारे नौजवानों ने कानून हाथ में लिया तो...
बरेली. हरिद्वार में कुछ दिनों पहले धर्म सम्मेलन हुआ था, जिसके बाद काफी बवाल कटा था. हिंदुओं के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आज बरेली में मुस्लिम धर्म सम्मेलन किया. तौकीर मियां की ओर से हुए इस सम्मेलन में काफी संख्या में लोग धर्म की वकालत के लिए पहुंचे.
इस्लामियां मैदान में एकत्र हुए लोगो को संबोधित करते हुए मौलाना तौकीर मियां ने कहा कि मैं हिंदू भाइयों से कहना चाहता हूं कि रावण कौन था? क्या रावण मुसलमान था? कृष्ण ने कंस का वध किया. क्या कंस मुसलमान था? पांडवों ने कौरवों का वध किया, क्या कौरव मुसलमान थे? मैं हिंदुओं को बताना चाहता हूं कि तुम्हें कौन सी पुस्तक पढ़ी गई है जिसमें लिखा है कि हिंदू और मुसलमानों को लड़ना चाहिए. हर दौर में अच्छे और बुरे में लड़ाई हुई है. किसी भी धर्म यह नहीं सिखाया जाता कि एक दूसरे का कत्ल कर दो.
मैं हिंदू समाज को यह बताना चाहता हूं. इसको धर्म संसद नाम दिया है. वह असल में धर्म संसद नहीं थी. किसी धर्म में यह नहीं सिखाया जाता है कि लोगों का कत्लेआम शुरू कर दो. लोगों की बुराई शुरू कर दो. दशहरा में हर बार यही होता है कि बुराई पर अच्छाई की जीत, रावण को क्यों मारा गया था? रावण ने सीता मैया का हरण किया था, रावण बुरा था और गांव में उसका वध किया. रावण महिलाओं पर बलि बुरी नीयत रखता था.
रावण के वंशजों का वध करना राम भक्तों का काम है. हम लड़ने नहीं आए हैं, बल प्रदर्शन करने नहीं आये हैं, ताकत दिखाने नहीं आए हैं. देश की एकता अखंडता के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए आए हैं लेकिन हमें उस दिन से डर लगता है, जिस दिन हमारा नौजवान कानून अपने हाथ में ले लेगा और नौजवान अपने हाथ में कानून लेने पर मजबूर हो गया तो तुम्हें पूरे हिंदुस्तान में पनाह नहीं मिलेगी.
हम अपने मुल्क में अमन और चैन चाहते हैं लेकिन अब हमारे सब्र का पैमाना टूट चुका है. मैं अपने हिंदू भाईयों को बताना चाहता हूं कि रोज कुरान और अकेले आलम की शान में गुस्ताखी होती है. हम सब्र करते हैं, खून के आंसू रोते हैं, हम उनके घूंट पी रहे हैं, सब्र कर रहे हैं. हमारी बहन बेटियों की आबरू से खिलवाड़ किया जा रहा है. हम अपने देश से प्यार करने वाले लोग हैं. तुम्हारी तरह दगाबाज और बेईमान नहीं हैं.
हिन्दू संगठन, हिन्दू भाई ये न समझे कि मैं इन नौजवानों को भड़का रहा हूं. देश मे गृह युद्ध होगा लेकिन मैं युद्ध नही चाहता हूं. आज फैसला हमारे हिन्दू समाज को करना है कि अच्छा कौन है बुरा कौन है? 20 हजार लोग आए हैं सिर पर कफन बांधकर, इन्हें थोड़े हथियार दे दो. चीन के कब्जे से कैलाश मानसरोवर ले लेंगे. हमारे ये 20 हजार पाकिस्तान को हिंदुस्तान में शामिल कर लेंगे. इन्हें ट्रेनिंग दो और हथियार दो. हमारी बहू बेटियों के लिए कहा जाता है कि इन्हें बर्गलाओ, खून का घूट पीकर रह जाते है हम, लेकिन अब हमारा सब्र का टूट चुका है. योगी जी अपनी पुलिस को भेजो हम पर गोलियां चलवा दो, हमारा कत्ल करवा दो.