बेटी को टिकट दिलाने के लिए बाप ने करवा दिया सपा नेता फिरोज का मर्डर
बलरामपुर. सपा नेता फिरोज पप्पू की हत्या में बड़ा और सनसनीखेज खुलासा हुआ है. फिरोज पप्पू की हत्या की साजिश में पूर्व सांसद रिजवान जहीर, उनकी बेटी जेबा रिजवान और दामाद रमीज गिरफ्तार किए गए हैं. इसके अलावा हत्याकांड में शामिल तीन अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पूर्व सांसद रिजवान जहीर समाजवादी पार्टी से दो बार सांसद रह चुके हैं. 2 माह पूर्व रिजवान जहीर ने पुनः समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी, तभी से तुलसीपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू और रिजवान जहीर के बीच गुटबाजी खुलकर सामने आ गई थी. तभी से राजनीतिक वर्चस्व को लेकर जंग भी शुरू हो गई थी.
गौरतलब है कि 4 जनवरी 2022 को तुलसीपुर थाना क्षेत्र के जरवा रोड स्थित फिरोज पप्पू के घर के पास ही उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. हत्यारों ने घर की तरफ जा रहे फिरोज पप्पू के सिर पर वार किया और उसके बाद गला रेत कर उनकी हत्या कर दी. पुलिस के लिए इस हत्याकांड का खुलासा एक बड़ी चुनौती थी.
छह दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए पूर्व सांसद रिजवान जहीर समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. एसपी हेमंत कुटियाल ने बताया की 4 जनवरी की रात करीब 10:20 बजे जब सपा नेता फिरोज अहमद उर्फ फिरोज पप्पू अपने घर की तरफ जा रहे थे. तभी मेराजउल हक उर्फ मामा तथा महफूज ने लोहे की रॉड और चाकू से उन पर हमला कर दिया. महफूज ने लोहे की रॉड से फिरोज पप्पू के सिर पर प्रहार किया, जिससे वह जमीन पर गिर गए. तब ही मेहराज ने चाकू से उनका गला रेत दिया. फिरोज अहमद उर्फ फिरोज पप्पू की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.
फिरोज अहमद उर्फ फिरोज पप्पू तुलसीपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन थे जबकि उनकी पत्नी कहकशा वर्तमान में चेयरमैन हैं. एसपी हेमंत कुटियाल ने बताया कि फिरोज पप्पू की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही थी और दोनों ही पक्ष समाजवादी पार्टी का टिकट प्राप्त करने की होड़ में लगे थे. इसी कारण फिरोज और रिजवान जहीर के बीच राजनीतिक कटुता बढ़ती जा रही थी.
रिजवान जहीर अपनी बेटी जेबा के लिए समाजवादी पार्टी से टिकट की पैरवी कर रहे थे जबकि फिरोज पप्पू भी तुलसीपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी से टिकट के प्रबल दावेदार थे. इसी राजनीतिक विद्वेष के कारण रिजवान जहीर उनकी बेटी जेबा, दामाद रमीज तथा शकील ने पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू की हत्या का षडयंत्र बनाया और इस कार्य के लिए उन्होंने अपने नजदीकी मेहराज और महफूज को लगाया.
एसपी हेमंत कुटियाल ने बताया की फिरोज अहमद अहमद उर्फ फिरोज पप्पू की हत्या की साजिश करीब एक माह पूर्व ही रची गई थी. इस दौरान उन्हें तीन बार मारने का प्रयास किया गया परंतु असफलता हाथ लगी. 4 जनवरी 2022 को जब पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू लखनऊ से वापस आए तो रमीज ने शकील के माध्यम से मेराज उल हक उर्फ मामा तथा महफूज को अपनी कोठी पर बुलाया और कार्य पूरा करने के लिए कहा. उसी दिन शाम को जब फिरोज पप्पू अपने मित्र शाहिद के साथ घर से निकले तभी से मिराज और महफूज घात लगाकर बैठे हुए थे. फिरोज पप्पू के वापस घर पहुंचने से कुछ कदम पहले ही अंधेरी गली में उन की निर्मम हत्या कर दी गई.