CM योगी आदित्यनाथ ने दलित के घर जमीन पर बैठकर पत्तल में खाई खिचड़ी, कुल्हड़ में पिया पानी
उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मियों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार 14 जनवरी को गोरखपुर पहुंचे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर को झुंगिया गेट स्थित दलित अमृतलाल भारती के घर में आयोजित सहभोज में शामिल हुए. सीएम योगी ने यहां कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जमीन पर बैठकर खिचड़ी खाई. मुख्यमंत्री को पत्तल में खिचड़ी परोसी गई और पीने के लिए कुल्हड़ में पानी दिया गया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे समय में एक दलित के घर जाकर भोजन किया, जब उनके राजनीतिक विरोधी लखनऊ में 85:15 (जातिगत राजनीतिक समीकरण) के फॉर्मूले की बात कर रहे थे.
जानकारी के अनुसार, झुंगिया गेट के पास रहने वाले अनुसूचित जाति के अमृतलाल भारती के आवास पर मुख्यमंत्री ने बिना किसी औपचारिकता के जमीन पर बैठकर भोजन किया. सीएम योगी को पूरे देशज अंदाज में पत्तल में खिचड़ी परोसी गई और कुल्हड़ में पानी दिया गया. सीएम योगी के साथ ही अमृतलाल भारती और भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने भी भोजन किया. इस अवसर पर योगी ने भारती और उनके परिजनों से बातचीत भी की और सहभोज पर आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया
दरअसल, सामाजिक समरसता को लेकर ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ निरंतर अभियानरत रहे. ब्रह्मलीन महंतद्वय साधु-संतों के साथ समाज के उस व्यक्ति के घर सहभोज आयोजित कराते थे, जिसे सामाजिक कुरीतियों के चलते अछूत माना जाता था. ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ ने तो काशी के डोम राजा के घर सहभोज का ऐतिहासिक आयोजन करा कर यह संदेश दिया था कि समाज में सभी जातियों के लोग एक समान हैं. कोई छोटा-बड़ा नहीं है. अपने गुरुजनों की इसी परंपरा को योगी आदित्यनाथ ने आगे बढ़ाया. सांसद के रूप से ही दलितों और अति पिछड़ी जातियों के घर सहभोज में शामिल होकर सामाजिक समरसता का बड़ा संदेश देना उनकी जीवनचर्या का हिस्सा रहा है. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी यह अभियान जारी है.
दलित के घर सहभोज में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि सहभोज सामाजिक समता की स्थापना का एक बड़ा और महत्वपूर्ण माध्यम है. उन्होंने सहभोज पर आमंत्रित कर खिचड़ी खिलाने के लिए अमृतलाल भारती व उनके परिजनों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सामाजिक एकता के मिशन को लेकर सदैव आगे बढ़ी है. उन्होंने कहा कि विकास, सुशासन व राष्ट्रवाद को आगे बढ़ाने के लिए पीएम मोदी ने ‘सबका साथ-सबका विकास’ का जो मंत्र दिया, उसे अंगीकार कर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के सामाजिक समता के सपने को भी पूरा किया जा रहा है.