अम्बेडकर नगर में DM के आदेश बावजूद बेअसर नजर आ रही साप्ताहिकी बंदी
गणेश मौर्य
अंबेडकर नगर: बंदी का नहीं है असर बीते दिनों जिला अधिकारी सैमुअल पाॅल एन ने कोविड- 19 का पालन करवाने के साथ-साथ कड़ाई से सप्ताहकी बंदी का निर्देश जारी किया था। पहले हफ्ते मंगलवार की बंदी तो ठीक-ठाक देखी फिर ' चार दिन की चांदनी, फिर अंधियारी रात ' वाली कहावत श्रम विभाग द्वारा श्रम कानून के पालन के निमित्त बाजार बंदी को लेकर सटीक बैठती दिख रही हैं।
स्थिति यह है कि बाजार बंदी के दिन भी चोरी चुपके सजे बाजार और मौजूद दुकानदार बेखौफ होकर कानून का उल्लंघन कर रहे है जबकि श्रम विभाग के अधिकारियों का अता-पता नहीं। बाजार बंदी के दिन भी श्रम विभाग का अंकुश नजर नहीं आता ।
मंगलवार को शहजादपुर कस्बा की बंदी के दिन भी ऐसा ही नजर आया। अधिकाशत बाजारों में बाजार बंदी के दिन भी जो माहौल था,वह पूर्व दिनों की तरह ही चहल-पहल भरा था। अकबरपुर शहर के दोस्तपुर रोड पहितीपुर तिराहा, लोहिया चौक लोहा, मंडी आदि स्थानों पर साप्ताहिक बंदी की धज्जियां खुलेआम उड़ती दिख रही थी। कुछ दुकानदार तो ऐसे भी हैं जो सफाई के बहाने लेकर दुकान को सुबह से शाम तक खोले दिखे पूछने पर सफाई का हवाला दे रहे हैं
अगले हफ्ते मंगलवार बाजार बंदी के मामले में खुद पहल की तो बंदी का असर नजर आया लेकिन इस के बाद जैसे-जैसे समय गुजर रहा है, सब कुछ पूर्ववत होने लगा है। हालाकि कुछ व्यापारी जरूर बंदी का पालन कर रहे है।नहीं मिलती एक भी छुट्टी व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर कार्य करने वाले श्रमिक आहत हैं, वे बंदी वाले दिन भी रोज की तरह ही काम करते हैं। उन्हें देख कर यही लगता है कि कोई श्रम कानून नहीं है।