Facebook पर LIVE आकर किसान ने खाया जहर, DSP सहित तीन पर लगाए गंभीर आरोप
हिसार। हरियाणा में एक किसान ने जहर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। किसान ने फेसबुक पर लाइव आकर डेरे के महंत, गांव के पूर्व सरपंच, नारनौंद के डीएसपी व एक अन्य युवक पर तंग करने का आरोप लगाकर जहरीला पदार्थ निगल लिया। गंभीर हालत में 45 वर्षीय किसान प्रदीप उर्फ पीपा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पीड़ित प्रदीप की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। मामला नारनौंद के गांव कोथ कला का है। किसान उचाना के निजी हॉस्पिटल में दाखिल हैं।
छह बेटियों के पिता प्रदीप ने जहर पीने से पहले एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाली, जिसमें उसने नारनौंद डीएसपी, कौथकलां डेरे के महंत शुक्राई नाथ व गांव के पूर्व सरपंच अनिल कुमार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। वीडियो में प्रदीप ने कहा कि अगर उसकी मौत होती है तो कौथकलां डेरे का महंत शुक्राई नाथ, गांव का सरपंच अनिल व सुरता इसके जिम्मेदार होंगे। वीडियो में प्रदीप ने कहा कि उसके परिवार को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। ये लोग बीते 3 साल से उसके खेत में एक दाना भी पैदा नहीं होने दे रहे हैं।
प्रदीप उर्फ पीपा ने फेसबुक पर लाइव आकर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव कोथ कला के डेरे के महंत शुक्राई नाथ योगी, नारनौंद के डीएसपी, पूर्व सरपंच अनिल कुमार व सूरत सिंह ने उसको काफी तंग किया है और वह उनकी वजह से जहरीला पदार्थ निकल कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा है। जैसे ही किसान के परिजनों ने यह वीडियो देखी तो वह तुरंत ही उसको संभालने के लिए पहुंच गए और उसको इलाज के लिए उचाना के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
प्रदीप के भतीजे सचिन ने बताया कि उसके चाचा के पास सिर्फ चार एकड़ जमीन है। इसी में खेतीबाड़ी करके वह अपने परिवार का गुजारा करता है। सचिन के अनुसार, उनकी यह जमीन गांव में बने डेरे के पास लगती हुई है। इस जमीन में देर-सवेर डेरे वाले अपने पशुओं को छोड़ देते है। पूरी फसल पशु चट कर जाते हैं। बीती एक जनवरी को भी डेरे वालों ने अपने पशु उनकी गेहूं की फसल में चरवा दिए थे। इसी बात को लेकर उसका चाचा प्रदीप डेरे में शिकायत करने गया था।
डेरे वालों ने चाचा के खिलाफ ही मारपीट करने, पैसे लूट ले जाने व धमकी देने का केस दर्ज करवा दिया था। इस केस में पुलिस व डेरे वाले सांठ-गांठ करके उसके चाचा को प्रताड़ित कर रहे थे, जिसके डर में उसके चाचा ने जहर पी लिया। ज्ञात रहे कि जींद के पेगां गांव के डेरे के महंत शब्दाई नाथ द्वारा जहर पीकर आत्महत्या के मामले में भी शुक्राई नाथ आरोपी है।
वहीं प्रदीप के आरोपों पर डेरे के महंत शुक्राई नाथ का कहना है कि प्रदीप ने 2 जनवरी को डेरे के सेवादार अरविंद को पीटा था। इस मामले में अरविंद ने पुलिस में थाने मारपीट, नकदी छीनने, धमकी देने की शिकायत दर्ज करवाई हुई थी। उन पर दबाव बनाने के लिए प्रदीप द्वारा यह सब ढोंग किया गया है। केस इंचार्ज एसआई धर्मबीर ने बताया कि अभी प्रदीप की हालत बयान देने लायक नहीं है। बयान होने के बाद ही केस में आगामी कार्रवाई की जाएगी।
डेरे के महंत शुक्राई नाथ योगी ने बताया कि जिस दिन यह झगड़ा हुआ वह उस दिन डेरे से बाहर गया हुआ था। जब अगले दिन डेरे में पहुंचा दो पूरे मामले के बारे में जानकारी ली जिस युवक ने जहरीला पदार्थ निकला हुआ है। उसने डेरे की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ था। जो कि पिछले दिनों प्रशासन की मदद से छूटवा लिया था। उसके बाद से ही वह समय-समय पर षड्यंत्र रच कर हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। डेरे के सेवादार के साथ मारपीट करके उसके पैसे छीनने का मामला उसके खिलाफ दर्ज हुआ तो उसने पुलिस से बचने के लिए यह षड्यंत्र रचा है और इसके लिए गांव के ही कुछ लोगों ने उसको उसकाया है। पुलिस मामले की जांच करें सारी सच्चाई सामने आ जाएगी
इस संबंध में डीएसपी जुगल किशोर ने बताया कि प्रदीप के खिलाफ डेरे के सेवादार के बयान पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसी मामले को लेकर दोनों पक्षों की पंचायत बुलाई थी पंचायत में कोई बात सिरे नहीं चढ़ पाई। तो उसे अगले दिन ही उसने जहरीला पदार्थ निगल लिया इस पूरे मामले में साजिश रची गई है।