स्वामी प्रसाद मौर्य के एंट्री कार्यक्रम में उमड़ी भीड़, पुलिस ने समाजवादी पार्टी पर दर्ज की FIR
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सियासत का दौर चल रहा है. इस बीच लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के खिलाफ धारा 144 तोड़ने और महामारी एक्ट के तहत एफआईआर हुई है. दरसअल आज यानी शुक्रवार को सीएम योगी की कैबिनेट का हिस्सा रहे स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) और डॉ धर्म सिंह सैनी समेत कई विधायकों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की उपस्थिति में पार्टी का दामन थामा था. यही नहीं, इस दौरान अखिलेश यादव समेत कई नेताओं ने भाषण भी दिया था. जबकि कार्यालय में जमकर भीड़ उमड़ी थी.
समाजवादी पार्टी की रैली के आयोजन पर लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा कि मामले में FIR दर्ज कर पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इसमें नियम कानून के अंतर्गत कार्रवाई की जाए. आचार संहिता का उल्लंघन, कोविड-19 का उल्लंघन हुआ है. इससे पहले लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा था कि समाजवादी पार्टी की रैली बिना अनुमति के हो रही है. पुलिस टीम एसपी कार्यालय भेजी, इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाए.
समाजवादी पार्टी के यूपी प्रमुख नरेश उत्तम पटेल ने एफआईआर दर्ज होने के बाद कहा कि हमारे पार्टी कार्यालय के अंदर एक वर्चुअल कार्यक्रम था. हमने किसी को फोन नहीं किया था, लेकिन लोग आ गए. इस दौरान सभी ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया. साथ ही कहा कि इस वक्त भाजपा के मंत्रियों के दरवाजे और बाजारों में भी भीड़ है, लेकिन उन्हें बस हमसे समस्या है.
वहीं, यूपी के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सपा पर एफआईआर दर्ज होने के बाद बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बाउंड्री के अंदर 144 धारा लागू नहीं होती है. कोरोना गाइडलाइन की बात है तो जांच करा लें. अगर हम लोग दोषी हैं तो पुलिस कार्रवाई करे, लेकिन पहले जांच करा लें. इसके साथ उन्होंने कहा कि हमने डेढ दो महीने पहले कहा था आचार संहिता लगने दीजिए डेढ दर्जन मंत्री आएंगे. गांव तक चर्चा हो गयी है कि भाजपा गइल. बता दें कि राजभर का सपा के साथ गठबंधन है.
सपा के कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिसका मैं साथ छोड़ता हूं उसका कोई वजूद नहीं रहता है. बहनजी (मायावती) इसका जीता जागता सबूत हैं. उन्होंने कांशीराम का नारा बदल दिया, तो मैंने उसका विरोध किया, लेकिन वह नहीं मानीं और आज उनका कोई वजूद नहीं है. वहीं, उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पढ़े लिखे नौजवान हैं और प्रदेश के लाखों लोगों का साथ है. हम उनके साथ मिलकर बीजेपी को नेस्तनाबूद कर देंगे.