साइकिल की सवारी इमरान मसूद को पड़ गई भारी, SP में शामिल होते ही केस हुआ दर्ज, जानें क्यों...
लखनऊ: हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हुए इमरान मसूद (Imran Masood) पर अब कानूनी शिकंजा कस गया है. इमरान मसूद पर अंबाला रोड पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ बिना अनुमति बैठक करने को लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया. उन पर आचार संहिता के उल्लंघन और कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने का आरोप है.
पुलिस की ओर से जानकारी दी गई है कि पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है. कोरोना वायरस को लेकर भी अलर्ट जारी है. पुलिस के मुताबिक इमरान मसूद ने अपने अंबाला रोड स्थित आवास पर समर्थकों को जुटाया था. इसमें भारी भीड़ रही. इस दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया गया. इसे आचार संहिता का उल्लंघन और कोरोना गाइडलाइन के खिलाफ माना गया.
इसी के चलते इमरान मसूद समेत दस नामजद लोगों और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उनके खिलाफ आचार सहिंता के उल्लंघन की धारा 188 और महामारी एक्ट की धारा में मामला दर्ज किया गया. SSP आकाश तोमर ने कुतुबशेर थाना प्रभारी को कार्रवाई के लिए आदेश दिए हैं. मामला सहारनपुर के कुतुबशेर थाने में दर्ज हुआ है. मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
इमरान मसूद ने आज सहारनपुर में अपने कार्यकर्ताओं से बातचीत कर कहा कि ‘वर्तमान स्थिति में लड़ाई सीधी सपा और बीजेपी में है. एक ऐसी सरकार चाहिए जो प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जाए. ये संभव अखिलेश जी के नेतृत्तव में है इसलिए मैंने समाजवादी पार्टी को चुना है. मैं प्रियंका जी और राहुल जी का बेहद ऋणि हूं. मैं उनका सम्मान करता हूं. समाजवादी पार्टी को लाकर ही हम उत्तर प्रदेश में कुशासन को समाप्त कर सकते हैं. समाजवादी पार्टी के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. हमारी गांधीवादी विचारधारा है और हम लोहियावादी विचारधारा को समर्थन करते हैं.
इसलिए ज्वाइन की सपा
इमरान मसूद ने कहा कि ‘मैंने अपने चंद लोगों को बुलाया था. मैंने नुक्कड़ सभा नहीं की है. मैं अपने घर के अदर खड़ा हूं. घर के अंदर कुछ लोगों को बुलाना आचार संहिता का उल्लंघन कैसे? अखिलेश जी से मैंने कहा था अपने साथियों से मशविरा करके आपसे मिलने का समय लूंगा. आज ही मैं अखिलेश जी से समय लूंगा. मैं बहुत दिन से इस प्रयास मे था हम सब मिलकर सरकार बनाएंगे, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हो नहीं सका, लेकिन हालात ऐसे बन गए मुझे समाजवादी पार्टी से बात करनी पड़ी.