देश में बाकायदा एक नफरत की फैक्ट्री स्थापित की गई है, जिसका नाम है Tek Fog
कृष्णकांत
देश में बाकायदा एक नफरत की फैक्ट्री स्थापित की गई है। इसके जरिये देश के युवाओं को नफरत के रौरव नरक में धकेला जा रहा है। इस फैक्ट्री का नाम है टेक फॉग। टेक फॉग एक एप है जिसके जरिये नफरत फैलाने और सरकार के आलोचकों को निशाना बनाने का काम किया जाता है। इसके जरिये महिला पत्रकारों, सरकार के आलोचकों, विपक्षी नेताओं पर हमले किए जाते हैं और नफरत से भरे ट्रेंड चलाए जाते हैं। यहां तक कि मुस्लिम महिलाओं की आनलाइन बोली लगाने वाले एप चलाए जा रहे हैं। इस तरह के एप के जरिये एक बार में हजारों मैसेज ब्लास्ट किए जाते हैं और नफरत भरे ट्रेंड कराए जा रहे हैं।
यह सिर्फ एक एप नहीं है, सरकारी टूलकिट तैयार करने की फैक्ट्री है। हैरानी की बात ये है कि इसमें सरकार की संलिप्तता बताई जा रही है।
पंडित नेहरू ने भाखड़ा जैसे बांध, बड़े बड़े उद्योग, कृषि परियोजनाएं, सिंचाई परियोजनाएं, उर्जा परियोजनाएं, दर्जनों विश्वविद्यालय, शोध संस्थान, कृषि संस्थान, कारखाने, संयंत्र आदि की स्थापना की और इन्हें 'आधुनिक भारत के मंदिर' कहा था जो युवाओं को रोजी रोटी देंगे।
आज वे सारी फैक्ट्रियां, कंपनियां, उद्यम, संस्थान बेचे जा रहे हैं और नफरत फैलाने की फैक्ट्री लगाई जा रही है। देश के युवाओं को बताया जा रहा है कि यह नफरत ही उनका धर्म है। देश में सरेआम नरसंहार तक की अपील की जा रही है और सत्ता में बैठे लोग चुप रहकर, कार्रवाई न करके इसे बढ़ावा दिया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि सरकार के पास ऐसे टूलकिट तैयार करने के ऐसे कितने ऐप हैं, कितनी फैक्ट्रियां हैं, कोई नहीं जानता।
जिन लोगों को आपने नेतृत्व सौंपा है, उनसे पूछिए कि वे ऐसे विध्वंसक काम क्यों कर रहे हैं? उनसे पूछिए कि आपके बच्चों से उनकी क्या दुश्मनी है? उनसे पूछिए कि उनके बच्चे विदेश पढ़ रहे हैं, बीसीसीआई और खेल अकादमियों के अधिकारी बन रहे हैं, सांसद और विधायक बन रहे हैं, फिर आपके बच्चों के लिए ये जहर मॉड्यूल क्यों चलाए जा रहे हैं? उनसे पूछिए कि आपके देश को, आपके समाज को विभाजन और उन्माद में क्यों धकेला जा रहा है?
यह देश आप का है। इसे आपके पुरखों ने बनाया था। इसे आप ही बचा सकते हैं। नेताओं को जिम्मेदार बनाइए, वरना ये परजीवी इसे बेच खाएंगे।