भैंस की कुर्की: जल कर वसूलने के लिए नगर निगम ने बकायेदारों की भैंसों को किया जब्त
अपने एक पुरानी कहावत “गई भैंस पानी” में अक्सर सुनी होगी. लेकिन, ग्वालियर में बुधवार को ये कहावत चरितार्थ हो गई. जलकर वसूली करने पहुंची नगर निगम की टीम ने तीन बड़े बकायेदारों की भैंस जब्त कर ली. इनमें से दो बकायादारों ने नगर निगम पहुंचकर जलकर के डेढ़ लाख रुपये जमा करा दिए और अपनी भैंस वापस घर ले आए. लेकिन एक किसान जलकर का 82 हजार रुपये जमा नहीं कर पाए, तो उसकी भैंस की कुर्की कर दी गई. नगर निगम द्वारा जलकर के लिए भैंस की कुर्की करने का पूरे मध्य प्रदेश में यह पहला मामला है. इससे पहले ग्वालियर नगर निगम स्मार्ट सड़क पर भैंस द्वारा गोबर करने के चलते मालिक पर 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगा चुकी है.
गौरतलब है कि शहर के मुरार इलाके में जलकर जमा नहीं करने वालों के खिलाफ नगर निगम ने सख्ती करना शुरू कर दी है. बुधवार को नगर निगम के वसूली अमले ने लंबे समय से जलकर जमा न करने वाले बड़े बकायादारों के खिलाफ अभियान शुरू किया. मुरार के वार्ड क्रमांक-60 के शक्ति विहार में निगम की टीम पहुंची. यहां जलकर का भुगतान न करने के वाले तीन बड़े बकायादारों की तीन भैसों को जब्त किया. दीनानाथ पाल पर 67,355 रुपए, अजमेर पाल पर 77,800 और राजेन्द्र पाल पर 82,896 रुपए का जलकर बकाया था.
तीनों ने लंबे समय से कर जमा नहीं किया था, लिहाजा नगर निगम ने इनके नल कनेक्शन काट दिए थे. लेकिन, बुधवार को टीम जलकर वसुलने पहुंची तो इन बकायादारों ने अपने घरों ने अवैध तरीके से नल कनेक्शन जोड़ रखे थे. ऐसे में नगर निगम अमले ने तीनों के घर बंधी हुई भैंसें जब्त कर लीं. भैंस जब्त होते ही दीनानाथ पाल और अजमेर पाल ने नगर निगम पहुंचकर 145155 रुपए जमा कर अपनी भैंसें वापस ले लीं. लेकिन, राजेन्द्र पाल ने जलकर का 82,896 जमा नहीं कराया तो उसकी भैंस कुर्क कर ली. नगर निगम ने भैंस को कुर्क कर लाल टिपारा गौ शाला भेजा है.