पुलिस बनकर आए और ठग ले गए लाखों की ज्वैलरी, सच पता चलते ही दुकानदारों के उड़े होश
कुशीनगर (Kushinagar) के रामकोला और नेबुआ नौरंगिया थानाक्षेत्र में दो बाइक सवार शतिर ठगों ने पुलिस की वर्दी पहनकर ज्वैलरी की दुकान से 2 लाख 80 हजार की ज्वैलरी पसंद की और लेकर फरार हो गए. दोनों ठगों ने पहले रामकोला के टेकुआटार बाजार में और फिर नेबुआ नौरंगिया बाजार के पिपरा बाजार में ज्वैलरी की दुकान में जाकर ज्वैलरी पसंद किया और जबरन घर ले जाने लगे.
दुकानदार ने मना किया तो दोनों ने पुलिसिया रौब गांठा और दुकानदार को अपना परिचय पत्र भी दिखा दिया. इसके बाद डरे हुए दुकानदारों ने उन्हें ज्वैलरी घर ले जाने दी. दोनों जब काफी देर दुकान पर नहीं आए तो दुकानदारों ने थाने जाकर पूछताछ की. थानेदार ने थाने के सभी पुलिसकर्मियों की परेड कराई तो पता चला की इनमें से कोई पुलिसकर्मी ज्वैलरी की दुकान पर नहीं गया था. इसके बाद दुकानदारों को अपने साथ धोखा होने का पता चला.
घटना के बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में जुटी हुई है. पहली घटना रामकोला थाने के टेकुआटार बाजार की है जहां विभूति वर्मा की दुकान पर पुलिस की वर्दी में बाइक सवार दो युवक पहुंचे और ज्वैलरी देखने लगे. दोनों ने 1 लाख 30 हजार रुपये की सोने की एक चेन और अंगूठी को पसंद कर लिया. इसके बाद दोनों ने रामकोला थाने में अपने परिजनों से पसंद कराने के लिए लेकर जाने लगे. दुकानदार ने दोनों से पैसा मांगा तो दोनों ने कहा की पसंद आ जायेगा तो थोड़ी देर में पैसा मिल जायेगा.
बताया गया कि दुकानदार ने ज्वैलरी देने से मना किया तो दोनों पुलिसिया रौब दिखाने लगे. इसके बाद दुकानदार को विश्वास में लेने के लिए दोनों ने अपना परिचय पत्र भी दिखाया. इसके बाद दुकानदार ने दोनों को ज्वैलरी ले जाने दी. कई घंटे तक दोनों नहीं लौटे तो दुकानदार ने रामकोला थाने पर जाकर पूछताछ की. इसके बाद जांच हुई तो पता चला की दोनों युवकों ने जो नाम नोट कराया था उस नाम का थाने पर कोई पुलिसकर्मी है ही नहीं.
दुकानदार की तहरीर पर केस दर्ज कर जांच शुरू हो गई है. दूसरी घटना में भी उचक्कों ने इसी तरह से दुकानदार को चूना लगाया. नेबुआ नौरंगिया थाने के पिपरा में बाजार में भी पुलिस की वर्दी में अशोक वर्मा की दुकान पर पहुंचे दो युवकों ने खुद को नौरंगिया थाने में होने की बात कहकर ज्वैलरी दिखाने की बात कही. दुकानदार अशोक वर्मा ने दोनों को ज्वैलरी दिखाई. दोनों ने 1 लाख 50 हजार रुपये की सोने की चेन और मंगलसूत्र पसंद किया. दोनों ने नेबुआ थाने में अपने परिवार को ज्वैलरी दिखाने के लिए बिना पैसा दिए लेकर जाने लगे. दुकानदार ने आपत्ति किया तो दोनों ने दुकानदार को डांटते हुए अपना परिचय पत्र दिखा दिया. इसके बाद दुकानदार ने उन्हें ज्वैलरी लेकर जाने दिया.
वापस नहीं लौटे तो दुकानदार अशोक वर्मा नेबुआ नौरंगिया थाने पहुंचे और पूरी बात बताई. इसके बाद थाने पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को एकत्र करके पहचान कराई गई, लेकिन इनमें से कोई पुलिसकर्मी पहचान में नहीं आया. दिन दहाड़े हुई इस तरह की ठगी से लोग चकित हैं. खड्डा सीओ संदीप वर्मा ने बताया की मामला संज्ञान में आने के बाद केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी गई है.