मुर्दों को भी नहीं बक्श रहे चोर, श्मशान घाट से हुई चोरी से पुलिस का भी घूमा माथा
हिसार। हरियाणा में चोरों की मौज है। आये दिन सभी जिलों से चोरी के मामले तो सामने आते रहते हैं, मगर हिसार में एक अलग की तरह की चोरी हुई है। जहां रात के वक्त हर कोई जाने से डरता है वहां चोर बेखाैफ होकर घुस गए। घुस ही नहीं गए बल्कि चोरी भी कर ले गए। पटेल नगर श्मशानभूमि में चोरी की वारदात एक के बाद एक करके हो रही है।
पूर्व में जहां अस्थियां चोरी हो गई थी। वहीं इस बार चोरों ने लकड़ी तोलने का 50 किलोग्राम का बाट चोरी कर लिया। चोरी की जानकारी सुबह स्टाफ को लगी तो उन्होंने इसकी सूचना श्मशानभूमि प्रशासन और क्षेत्र के पार्षद महेंद्र जुनेजा को दी। श्मशानभूमि की देखरेख कर रहे स्टाफ ने बताया कि श्मशानभूमि में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। बावजूद इसके अज्ञात चोर ने बड़ी चतुराई से चोरी को अंजाम दिया। सीसीटीवी में भी चोर नहीं आए। पार्षद ने श्मशानभूमि के स्टाफ को मामले की सूचना पुलिस में देने की बात कहीं।
चोर ने सोमवार रात के अंधेरे में बड़ी ही चालाकी से चारी को अंजाम दिया। श्मशानभूमि में करीब 10 कैमरे लगे हुए है। जिस क्षेत्र में चोरी हुई वहां पर भी तीन-चार कैमरे लगे हुए है। श्मशानभूमि की देखरेख करने वालों ने बताया कि संभावना है कि चोर एक से अधिक हो सकते है, क्योंकि पहले कैमरों का मूंह दूसरी तरफ मोड़ा गया है। सीसीटीवी कैमरे की मुख दूसरी तरफ मोड़ कर चालाकी से अज्ञात चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। उन्होंने श्मशानभूमि में से 50 किलोग्राम का बाट उठा लिया है।
चोर ने बड़ी सुझबुझ से अपने आपको कैमरे से भी बचाए रखा। पूर्व में हुई चोरी कैमरे में आने से गुत्थी सुलझ गई थी। इस बार जिस भी चोर ने चोरी की घटना को अंजाम दिया उसने अपने आपको सीसीटीवी की नजर से बचाए रखा।
पटेल नगर श्मशानभूमि में शवों से लेकर अस्थियों तक की सुरक्षा पर पूर्व में भी सवाल उठते रहे है। करीब 10-12 साल पहले इसी श्मशानघाट में बच्चों की श्मशानभूमि पर शवों को मिट्टी देने वाले स्थान पर कई जगह गडढ़े खुदे हुए मिले थे। वार्ड-15 निवासी अशोक गुप्ता के पौते का शव को वहीं मिट्टी दी गई थी। उसके शव पर भी छोटा गडढा बना हुआ था। बच्चों की श्मशानभूमि में एक दो नहीं बल्कि कई गडढ़े खुदे हुए थे।
वार्ड-15 निवासी अशोक गुप्ता ने श्मशानघाट में सुरक्षा के बंदोबस्तों पर सवाल खड़े किए थे। स्थिति इतनी गंभीर हो गई थी कि उस दौरान जिला प्रशासन को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। श्मशानघाट का निरीक्षण करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों का तर्क था कि कुत्तों ने गडढ़े खोद दिए है। शव गायब नहीं हुए है। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था।
18 सितंबर 2021 को अस्थियां चोरी मामले के बाद सुरक्षा के दृष्टिकोण से श्मशानभूमि शहर में सुर्खियों में आ गई थी। श्मशानघाट में बाकायदा सुरक्षा के लिए चौकीदार तक नियुक्त किया हुआ है। बावजूद इसे चोर ने अस्थी चोरी की घटना को अंजाम दे दिया था। पटेल नगर श्मशानभूमि से पटेल नगर निवासी ईश्वरदेवी की अस्थियां चोरी हो गई थी।
यह मामला आज से नहीं काफी समय पहले से चल रहा। वार्ड-15 निवासी अशोक गुप्ता ने करीब 10-12 साल पहले सुरक्षा को लेकर शिकायत की थी। पार्षद के अनुसार साल 1947 में पटेल नगर बसा था। साल 1952 में सरकार ने पटेल नगर के निवासियों को श्मशानभूमि के लिए यह जगह दी थी। पार्षद महेंद्र जुनेजा ने कहा कि श्मशानभूमि से किसी अज्ञात चोर ने सामान चोरी कर लिया है। श्मशानभूमि वालों की ओर से मुझे चोरी की जानकारी दी गई है। उन्हें इस मामले में पुलिस में शिकायत देने की बात कहीं है ताकि पुलिस चाेर को पकड़ सके।