हरियाणा विजिलेंस टीम ने मारा छापा, ढाई करोड़ की रिश्वत लेते अफसर रंगेहाथ हुआ गिरफ्तार
करनाल। हरियाणा सरकार का भ्रष्टाचार मुक्त हरियाणा बनाने का सपना सरकारी कर्मचारी ही पूरा नहीं करने दे रहे। आए दिन किसी ना किसी जिले से सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेने की खबरें सामने आ रही हैं। जिसको लेकर अब विजिलेंस भी एक्शन मोड़ में है और कार्रवाई करने में जुटा है। इसी कड़ी में करनाल के नगर योजनाकार डीटीपी को ढाई करोड़ की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार हरियाणा के करनाल में शुक्रवार को स्टेट विजिलेंस टीम ने डीटीपी विक्रम को मोटी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। विजिलेंस विक्रम को अपने साथ कार्यालय में ले गई है। जहां पर विक्रम से अभी पूछताछ चल रही है। विक्रम कितनी रिश्वत लेते पकड़ा गया है इसका अभी पता नहीं चल पाया है। हालांकि अफवाहें फैल रही हैं कि वह ढाई करोड़ की रिश्वत लेते पकड़ा है। इसकी अभी तक अधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं है। कार्यालय में एसपी राजेश फौगाट भी पहुंच चुके हैं।
सेक्टर- 6 में डीटीपी विक्रम ने किराए पर मकान लिया हुआ है। उसके पास शहर में हुडा व नगर निगम का चार्ज था। दोनों विभागों की तरफ से अवैध निर्माण पर निगरानी का जिम्मा है। इस बीच शुक्रवार को रिश्वत के पैसों के साथ विजिलेंस ने विक्रम को पकड़ा है। साथ में डीटीपी का ड्राइवर भी विजिलेंस की हिरासत में है। लंबे समय से डीटीपी विक्रम चर्चा में आ रहा था। चर्चा थी कि पहले डीटीपी विक्रम अवैध निर्माण को गिराता था। फिर कॉलोनी काटने वालों से मोटी रिश्वत लेता था। विजिलेंस की टीम काफी समय से विक्रम को पकड़ने का प्रयास कर रही थी।
डीटीपी के पकड़े जाने की खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। शहर में डीटीपी के पकड़ जाने की अलग- अलग बात तेजी से फैल गई। वायरल मैसेज में ढाई करोड़ रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने और वहीं घर से कुल ढाई लाख रुपए मिलने का मैसेज वायरल हो रहा है।
डीटीपी कितनी राशि के साथ पकड़ा गया है, इसका पता अधिकारिक पुष्टि के बाद ही तय हो पाएगा। बूढ़ा खेड़ा सत नारायण पांचाल ने स्टेट विजिलेंस कार्यालय के बाहर पहुंचकर लडडू बांटे। जो लोग वहां पर मौजूद थे सभी को मिठाई खिलाते हुए कहा कि उसका दो बार गलत तरीके से मकान गिराया था। ऐसे लोगों की बद्दुआएं डीटीपी पर लगी हुई थीं।
रिश्वत लेते हुए विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है। मामले में विजिलेंस को घर में ढाई करोड़ रुपये मिले हैं हालांकि अभी पैसों की गिनती की जा रही है। वहीं ड्राइवर को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।