वाराणसी में EVM बवाल करने के मामले में 300 सपा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज, ऐसे हो रही पहचान
वाराणसी: यूपी चुनाव के नतीजों (UP chunav Counting News) से पहले वाराणसी (Varanasi EVM Controversy) में ईवीएम से लदी गाड़ी पकड़े जाने के बाद हुए बवाल मामले में बड़ा एक्शन सामने आया है. ट्रेनिंग वास्ते वाराणसी में पहाड़िया मंडी से दो वाहनों में भरकर ईवीएम बाहर ले जाने को लेकर सपा कार्यकर्ताओं के बवाल मामले में करीब 300 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है. वाराणसी में ईवीएम के मुद्दे पर जारी बवाल को लेकर 300 समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पथराव और तोड़फोड़ को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ है.
पुलिस की मानें तो ईवीएम को लेकर मंगलवार शाम को हुए बवाल में आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीव फुटेज का भी सहारा लिया जा रहा है. सीसीटीवी के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है. पुलिस का कहना है कि ईवीएम बदले जाने के अफवाह पर मंगलवार की शाम को सपा समर्थकों ने बवाल किया था. सपाइयों का आरोप है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा रही है, जबकि इस मामले पर डीएम से लेकर चुनाव आयोग तक ने कहा है कि गाड़ी में मिलीं ईवीएम ट्रेनिंग के लिए थीं.
बताया जा रहा है कि ईवीएम के मसले पर बवाल के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने पथराव भी किया था. आरोप है कि सपा कार्यकर्ताओं के पथराव में एडीजी जोन की गाड़ी को नुकसान हुआ था और उनका चालक घायल हो गया था. चालक की शिकायत पर लपुर पांडेयपुर थाने में पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में 300 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.
बता दें कि पहाड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल पर रखी गई ईवीएम में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए मंगलवार की शाम को सैकड़ों सपाइयों ने हंगामा किया था. पहाड़िया मंडी से दो वाहनों में भरकर ईवीएम बाहर ले जाने का आरोप लगाते हुए सपाइयों ने विरोध प्रदर्शन और हंगामा किया था. बताया जा रहा है कि पहड़िया मंडी में दो वाहन पर ईवीएम लदकर कहीं जा रहा था, तभी मौके पर सपा कार्यकर्ताओं ने उसे रोक लिया. इसके बाद वहां सपाइयों की भीड़ उमड़ पड़ी रौ वहीं धरने पर बैठ गए.
इस मामले पर अखिलेश यादव ने भी चुनाव आयोग के अफसरों और वाराणसी के डीएम को आड़े हाथों लिया था. सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा था कि यह डीएम गड़बड़ी करा रहा है. मैं बहुत अच्छे से इसे जनता हूं. यह डीएम किसके अंडर में काम कर रहा है, ये सब जानते हैं. चुनाव आयोग को जिलाधिकारी बनारस पर त्वरित रूप से कार्रवाई करनी चाहिए. मुझे चुनाव आयोग से कोई उम्मीद नहीं है. लोगों को खुद लड़ना पड़ेगा लोकतंत्र बचाने के लिए. मैंने काउंटिंग सेंटर पर जैमर की भी मांग करी है, ताकि कोई टेक्निकल ब्रीच ना हो. जो भविष्यवाणी सत्ता में बैठे लोग करें, वह एग्जिट पोल में हूबहू कैसे आ सकता है?
जबकि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों और वाराणसी इवीएम बवाल पर डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा था कि इन ईवीएम का चुनावी ईवीएम से कोई वास्ता नहीं है. ये ईवीएम ट्रेनिंग के लिए जा रही थीं. वाराणसी डीएम ने कहा कि सभी उम्मीदवारों को बुला लिया गया है, मतदान के दिन इस्तेमाल की गई ईवीएम की सूची उन्हें मेल कर दी गई है. हार्ड कॉपी दी जा रही है. इन 20 ईवीएम (प्रशिक्षण के लिए) को अलग से वाहन में रखा जाता है. नंबरों का मिलान किया जा रहा है और उम्मीदवारों को दिखाया जा रहा है कि ये वोटिंग वाले ईवीएम नहीं हैं. ईवीएम के दोनों सेट एक दूसरे से नहीं जुड़े हैं.