सपा का MLC प्रत्याशी नहीं बता सका एमएलसी का फुल फॉर्म
उत्तर प्रदेश में विधानसभा के बाद अब विधान परिषद (UP MLC Election 2022) के चुनाव होने जा रहे हैं. इस बीच 9 अप्रैल को विधान परिषद की 36 सीटों के लिए मतदान होगा जिसके लिए समाजवादी पार्टी ने चित्रकूट धाम मंडल से आनंद त्रिपाठी उर्फ बब्बू त्रिपाठी (Anand Tripathi aka Babbu Tripathi) को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. बता दें कि त्रिपाठी बालू कारोबारी के रूप में अपनी पहचान रखते हैं. वहीं, उन्होंने बहुजन समाजवादी पार्टी से राजनीति की शुरुआत करने के बाद समाजवादी पार्टी का दामन थामा है.
बता दें कि इससे पहले 2016 के विधान परिषद के चुनाव में भाजपा ने आनंद त्रिपाठी उर्फ बब्बू त्रिपाठी को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन उन्होंने चुनावी गणित में दांव पेंच खेलते हुए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन दे दिया था जिससे सपा को जीत हासिल हुई थी. वहीं, अब समाजवादी पार्टी ने विधान परिषद के चुनाव के लिए आनंद त्रिपाठी उर्फ बब्बू त्रिपाठी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.
विधान परिषद का प्रत्याशी घोषित होने पर आनंद त्रिपाठी ने आज चित्रकूट में समाजवादी पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए कहा है कि इस बार समाजवादी पार्टी को विधान परिषद के चुनाव में बैलेट के साथ अगर बुलेट (गोली) की लड़ाई भी लड़नी पड़े तो वह लड़ेंगे क्योंकि उत्तर प्रदेश में जिस तरीके से विधानसभा के चुनाव में बैलेट पेपर में बेईमानी की गई है जिससे वह हार गए हैं. इसी का बदला लेने के लिए विधान परिषद में जितने भी वोटर हैं, ग्राम प्रधान से लेकर बीडीसी तक, सब रणनीति बनाए हुए हैं. चुनाव फिर पलटेंगे क्योंकि इस बार चुनाव बैलेट पेपर से होना है.
वहीं, पत्रकारों द्वारा एमएलसी प्रत्याशी से गोलियां चलाने का प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा है कि गोलियां चलाने का मतलब है कि अगर कोई हमारे ऊपर आक्रमण करता है तो हम उसका बचाव करेंगे क्योंकि गोली की रक्षा गोलियों से होती है. तीर की रक्षा तीर कमान से होती है. हां, कोई पीठ में पीछे से छुरा भौंक देता है तो उसकी बात अलग है, लेकिन जिसके सामने जिस प्रकार की चुनौतियां आएंगी उस प्रकार से लड़ा जाएगा. यह जंग का मैदान है. साथ ही कहा कि भाजपा की सरकार है और हो सकता हैकि वह गोली चलवा दे, इसलिए अपनी सुरक्षा के लिए आदमी पलटवार तो करेगा ही. भाजपा को बुलेट (गोली) पर, तो हमें वैलेट पर भरोसा है. यदि वह आक्रमण करेंगे तो हमें बचाव के लिए तो करना ही पड़ेगा.
वहीं, जब पत्रकारों ने सपा प्रत्याशी आनंद त्रिपाठी से एमएलसी का फुल फॉर्म (What is the full form of MLC) पूछा तो वह नहीं बता पाए हैं. इसके अलावा वह समाजवादी पार्टी का कब गठन हुआ यह भी नहीं बता पाए. सबसे हैरानी वाली बात तो यह है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को कितनी सीटें मिली हैं, यह भी उनको मालूम नहीं हैं.