व्यापारी के लाखों रुपये लेकर हुआ फरार, परिवार ने भी बता दिया 'मरा,' 10 महीने बाद मिला जिंदा
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स व्यापारी के लाखों रुपये लेकर न केवल फरार हो गया, बल्कि खुद को ‘मरा’ भी साबित कर दिया. घरवालों ने भी उसके शव की झूठी पहचान कर दी. पुलिस उसकी फाइल बंद करती, इससे पहले व्यापारी ने उसे ‘जिंदा’ देख लिया. उसके बाद वह सीधा एसपी के पास पहुंचा और पूरी बताई. पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उससे कुछ रुपये भी बरामद कर लिए.
पुलिस ने मीडिया के सामने इस साजिश का खुलासा किया. पुलिस ने बताया कि पिछले साल जुलाई में व्यापारी सुधीर अग्रवाल के मैनेजर पुष्पेन्द्र मिश्रा ने बमीठा थाना में इस बात की रिपोर्ट लिखवाई कि पनागर गांव, थाना पिपट का रहने वाला पिकअप चालक सुनील नामदेव 16 जुलाई 2021 को सुधीर अग्रवाल की दुकान से सरिया लादकर राजनगर के व्यापारी रामप्रताप अवस्थी के यहां पुहंचा.
यहां उसने माल की डिलीवरी दी और अवस्थी से 6 लाख 65000 रुपये लेकर छतरपुर रवाना हुआ. लेकिन, वह वापस रुपये देने नहीं आया और गायब हो गया. जब वह शाम तक नहीं लौटा तो उसकी तलाश की गई. वह नहीं मिला, लेकिन उसकी पिकअप गंज के पास बने वेयर हाउस पर खडी थी.
पुष्पेंद्र की शिकायत पर बमीठा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. इस बीच पिछले साल की 24 जुलाई को राजनगर थाना इलाके के ग्राम कोडाहार में एक अज्ञात लाश मिली. इस लाश की पहचान परिजनों ने सुनील नामदेव के रूप में की. इसके बाद राजनगर थाना पुलिस ने परिजनों का डीएनए टेस्ट कराया तो वह लाश से मैच नहीं हुआ. पुलिस ने जांच आगे बढ़ा दी.
दूसरी ओर, इसी साल 5 मई को सरिया व्यापारी सुधीर अग्रवाल जब बागेश्वर धाम दर्शन के लिए जा रहे थे, तो गढा तिगड्डा के पास उन्हें गुमशुदा सुनील नामदेव दिखाई दिया. सुधीर ने सुनील को पकड़ा और कहा कि तुम मेरे पैसे लेकर कहां गायब हो गए हो. इसके बाद सुनील ने पीड़ित को परिवार सहित जान से मारने की धमकी दी और 5 लाख मांगे. आरोपी ने सुधीर से कहा कि वह पुलिस फाइल में मर चुका है, इसलिए उसका कोई कुछ नहीं उखाड़ सकता.
इसके बाद सुधीर अग्रवाल फिर बमीठा थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया. पुलिस ने उनकी शिकायत पर 162/22 धारा 406, 407, 386 के तहत एफआईआर दर्ज की. इसके बाद एसपी सचिन शर्मा ने पंकज शर्मा एक नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया और आरोपी को गिरफ्तार कराया. आरोपी सुनील से 5 लाख रुपये भी बरामद कर लिए गए हैं.