भिखारी ने 4 साल तक जोड़ी पाई-पाई, पत्नी को गिफ्ट की मोपेड फिर करवाई सैर
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से दिल को छू देने वाली कहानी सामने आई है. यहां एक दिव्यांग भिखारी इस बात से परेशान था कि उसकी पत्नी को ट्राइसिकल पर धक्का देना पड़ता है. इससे उसे बहुत दिक्कत होती है. पत्नी को इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए इस भिखारी ने 4 साल तक पाई-पाई जोड़ी और एक मोपेड खरीद ली. अब दोनों पति-पत्नी मोपेड पर ही भीख मांगते हैं. भिखारी इस बात से खुश है कि अब उसकी पत्नी को उसे कहीं ले जाने में तकलीफ नहीं होती. भिखारी की इस नई अदा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बता दें, अगर छिंदवाड़ा की सड़कों से गुजरेंगे तो कहीं न कहीं आपको दिव्यांग संतोष साहू भीख मांगता मिल जाएगा. संतोष ने बताया कि वह पत्नी मुन्नी से बेहद प्यार करता है. उसे उस वक्त बुरा लगता है जब उसकी वजह से पत्नी को किसी भी तरह की परेशानी होती है. मजबूरी में उसे ये काम करना पड़ता है. क्योंकि, मैं दिव्यांग हूं. पत्नी को मुझे कहीं भी ले जाने के लिए ट्राइसिकल को धक्का मारना पड़ता था. इसलिए मैंने कई साल पहले सोचा था कि उसे इस परेशानी से छुटकारा दिलाऊंगा.
बता दें, संतोष ने पत्नी मुन्नी की इस मुसीबत को दूर करने के लिए चार साल तक पाई-पाई जोड़ी और 90 हजार रुपये इकट्ठा किए. इसके बाद वह गाड़ी के शोरूम गया और मोपेड ले आया. उसने बताया कि वह और उसकी पत्नी अमरवाड़ा के रहने वाले हैं. वह दोनों पैरों से दिव्यांग है.
वैसे तो वह कई जगह भीख मांगते हैं, लेकिन उन्हें अक्सर छिंदवाड़ा बस स्टैंड पर देखा जा सकता है. बस स्टैंड के अलावा वे मंदिर और दरगाह भी भीख मांगने जाते हैं. संतोष ने बताया कि वह करीब 400 रुपये रोज जमा कर लेता है. दो वक्त का खाना लोग दे जाते हैं.