शादी के बाद समाज की प्रताड़ना झेल रहा प्रेमी जोड़ा, कभी जुर्माना तो कभी हो रही भोज की मांग
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के पुसौर क्षेत्र की एक बेटी ने समाज में ही मनपंसद युवक से विवाह किया तो दबंगो ने पिता और बुआ परिवार का बहिष्कार कर दिया. समाज के मुखिया बने लोगों ने विवाह को विवादित बताते हुए पहले 10 हजार रुपये का जुर्माना लिया और परिवार से संबंध खत्म कर दिया. मानसिक रूप से परेशान पीड़ित परिवार ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की एसपी से गुहार लगाई है. आवेदन पर जांच के बाद कार्रवाई की बात कही जा रही है.
दरअसल पुसौर क्षेत्र के पुसल्दा गांव में मराठा परिवार की एक युवती ने अपने ही समाज के मनपसंद युवक से कोर्ट में शादी की है. पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में बताया गया है कि गांव की युवती द्वारा विवाह किए जाने को लेकर मराठा कल्याण समिति अमेठी सारंगढ़ के अध्यक्ष जयसिंह राव, सचिव विजय राव,अमेठी गांव का सरपंच संतोष राव समेत सदस्य व पुसल्दा क्षेत्र के अध्यक्ष शत्रुघन मराठा, सचिव दुष्यन्त मराठा, सदस्य शशिभूषण मराठा सहित असामाजिक साथियों को शादी नगांवार गुजरी. शिकायत के मुताबिक युवती के पिता कार्तिक राम मराठा को अपमानित करते हुए 10 हजार रुपये अर्थदंड वसूल कर समाज से बहिस्कृत कर दिया गया.
शिकायत के मुताबिक अब फिर से समाज के कुछ प्रमुख लोग पीड़ित परिवार से रुपये व भोज की मांग कर रहे हैं. समाज के प्रभावशाली लोगों ने पीड़ितों को किसी प्रकार से सहयोग न करने व सेवा नहीं करने देने और पीड़ित परिवार से कोई भी संबंध नहीं रखने का फरमान जारी किया है. जिससे परेशान होकर पीड़ित पक्ष ने मामले की शिकायत करते हुए न्याय और दोषियों पर कार्यवाही की गुहार एसपी से लगाई है. जहां मामले की शिकायत पर एसपी ने पीड़ितों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. बताया जा रहा है कि जांच के लिए टीम भी गठित कर दी गई है.