अकबरपुर कोतवाल के लिए चुनौती बना नशे के कारोबार को बंद करवाना
गणेश मौर्य
अंबेडकर नगर: डॉ राम मनोहर लोहिया के नाम से प्रसिद्ध अकबरपुर अब नशे का गढ़ बनता जा रहा है। जिले में नशे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है यहां तो पान की दुकानों पर भी आराम से गाजा और भांग मिलते हैं। यह पूरा खेल खाती के संरक्षण में ही होता है।
अयोध्या नगरी से 60 किलोमीटर दूर स्थित अंबेडकर नगर जिले में तेजी से नशा का कारोबार पांव पसार रहा है।अकबरपुर थाना शहर क्षेत्र के छोटी बाजारों व ग्रामीण अंचलों में इन दिनों गांजा की बिक्री धडल्ले से हो रही हैं। भांग की दुकान का लाइसेंस लेकर उक्त खेल खेला जा रहा है। जमुनीपुर रोड रामपुर बाजार शहजाद पुर पटेल नगर बानगी के तौर पर देखा जा सकता है। शिकायत पर पुलिस मौन साध लेती है। इसे लेकर आम आदमी में आक्रोश व्याप्त है।
कुछ सफेदपोश और खाकी की आड़ में जो अवैध मादक पदार्थों का कारोबार करने वालों के लिए सेफ साबित होता है। थाना क्षेत्र में इन दिनों गांजा की बिक्री तेज हो गई है। सुबह-शाम बाजारों में नशेड़ियों की भीड़ उमड़ती है। रिक्शा चालक ऑटो गाड़ी ड्राइवर चिलम पीकर गाड़ी चलाते हैं जिससे दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। सेहत बर्बाद करने के साथ ही अपराध का भी ग्राफ बढ़ रहा है। बाजारों व गांवों के लोगों ने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन नतीजा ढाक के पात का ही निकल रहा है अकबरपुर कोतवाल दीपक सिंह के लिए नशे के कारोबार को खत्म करना चुनौती है।