किसी ने लिखा, मैडम अपनी बेटी से फ्रेंडशिप करवा दो तो किसी ने लिखा, पास कर दो नहीं तो सुसाइड कर लूंगी
फतेहाबाद। पिछले दिनों ही हरियाणा शिक्षा बोर्ड दसवीं व बारहवीं की परीक्षा पूरी होने के बाद अब मार्किंग शुरू हो गई। प्रत्येक जिले में दो सेंटर बनाए गए है जहां पर यह मार्केिंग चल रही है। फतेहाबाद शहर में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक व राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पेपरों की मार्किंग चल रही है। लेकिन कुछ विद्यार्थी पेपर में ऐसा लिख रहे है जिससे पढ़कर टीचर्स के भी होश उड़े हुए हैं।
एक छात्र ने तो यहां तक लिख दिया है कि मैं बहुत अच्छा बच्चा हूं, मुझे पास कर दियो जी ओके, फ्रेंडशिप करवा दो अपनी बेटी के साथ। वहीं छात्रा ने लिखा कि अगर वह पास नहीं हुई तो उसके माता-पिता उसकी शादी करवा देंगे। वहीं एक छात्रा ने यहां तक कह दिया कि अगर 75 प्रतिशत अंक प्राप्त नहीं हुए तो वह सुसाइड कर लेगी। वहीं एक ने लिखा है कि मुझे कोई प्रश्न नहीं आता, मुझे पास कर दो।
वहीं, एक छात्रा ने तो यह तक लिख दिया कि उसे पास कर दिया जाए, क्योंकि वह आपकी बेटी जैसी है। पेपर मार्किंग करने वाले अध्यापक भी परेशान है। अक्सर हर साल ऐसा ही देखने को मिलता है। जिन विद्यार्थियों की मानसिकता कमजोर होती है और पढ़ते नहीं ऐसे में पेपर मार्केिंग करने वाले अध्यापकों को इमोशनल करने का प्रयास करते है। लेकिन उन्हें क्या पता जो लिख रहे है उससे उन्हें अंक नहीं मिलेंगे बल्कि उनकी हंसी उड़ेगी।
हालांकि इस बार उत्तर पुस्तिकाओं में कोई गीत या शेर तो देखने को नहीं मिले। 12वीं की परीक्षा देने वाली एक छात्रा ने अपनी उत्तर पुस्तिका में एक प्रश्न के जवाब में लिखा कि मेरी लाइफ में बहुत प्रोब्लम चल रही हैं। बहुत कुछ गलत चल रहा है। मेरे घरवालों से बहुत परेशान हूं। घर में मेरे पापा ने एक बात कही थी अगर अच्छे नंबर से पास नहीं हई तो उसकी शादी कर दी जाएगी। जिस माहोल में रहती है वो बहुत गलत है। बपचन से मुझे खेल में रूचि रही है। पढ़ने का तो कभी सोचा तक नहीं था।
एक दिन हमारे स्कूल में एक अध्यापक आए और पूछा कि उनका क्या सपना है। मैंने कहा था कि उसे आर्मी में जाना है। अध्यापक ने कहा था कि सपने कभी पूरे नहीं होते इसके लिए जज्बा चाहिए। अब उनके साथ कोई नहीं है। मम्मी सौतली है और पापा दारू पीते है। मुझसे दोनों बुरा बर्ताव करते है। मुझे 75 प्रतिशत अंक दे दो। इसके अलावा जीवन में कुछ नहीं मांगा। अगर नहीं मिला तो वह सुसाइड कर लेगी। अगर नंबर मिल गए तो में आर्मी में जाकर अपना सपना पूरा करुंगी।
एक विद्यार्थी ने प्रश्न के उत्तर में लिखा कि मानव में वृष के कार्य है कि हम काम करते सोते है बाय, मैं बहुत अच्छा बच्चा हूं। मैडम जी पास कर दियो जी ओके। फ्रेंडशिप करवा दो अपनी बेटी के साथ ओके। एक छात्र ने अपने प्रश्न के उत्तर में फोन नंबर तक लिख दिया। जिसमें कहा कि उसे पास कर देना। इस नंबर पर फोन करके जितने रुपये चाहिए मांग लेना मैं उपलब्ध करवा दूंगा, लेकिन उसे पास कर देना।
जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग ने बताया कि बोर्ड की दसवीं और 12वीं की परीक्षा की मार्किग चल रही है। कुछ बच्चे आउट ऑफ़ वे में जाकर पेपर में कुछ-कुछ लिख देते हैं। उन्होंने कहा कि मैं सभी अध्यापकों से अपील करूंगा की अध्यापक बच्चों को क्लास में बताए कि इस तरह की गतिविधि बोर्ड की परीक्षाओं में न करें। अध्यापकों की ड्यूटी बनती है कि जब परीक्षा होती है तो विद्यार्थियों को समझाना चाहिए कि पेपर में इस तरह की कोई बात न लिखे।