व्यापारी ने धोखे से करवाया संपत्ति का एग्रीमेंट, पीड़ित ने किया आत्महत्या का प्रयास, जानें पूरा मामला
गणेश मौर्य
अंबेडकर नगर: आरोप है कि अकबरपुर शहर के शहजादपुर कस्बा के एक स्वर्ण व्यापारी ने धोखे से किसी गरीब की बनाई हुई संपत्ति को हड़पने की नीयत बना ली है। स्वर्ण व्यापारी की प्रताड़ना से परेशान होकर फांसी भी लगा चुका, मगर ऐन वक्त पर पत्नी ने अपने पति की जान बचाई। खबर आग की तरह फैल ने के बाद दो गुटों में स्वर्ण व्यापारी बट चुके हैं।लोगों का कहना है कि कोई सच्चाई का साथ दे रहा है, तो कोई झूठ का साथ।कई स्वर्ण व्यापारियों ने खुलकर उस गरीब का साथ देने के लिए अपनी आवाज बुलंद की है।
आपको बताते चलें कि पीड़ित सिराजुल अली मलिक पुत्र अंसर अली मलिक निवासी शहजादपुर ने विपक्षी हरि ओम सोनी पुत्र घनश्याम सोनी निवासी अब्दुल्लाहपुर के खिलाफ अकबरपुर कोतवाली में शिकायती पत्र देकर प्रथम सूचना दर्ज करने की मांग की है।
पीड़ित सिराजुल अली ने बताया कि हमारा पैतृक स्थान नवानपुर मुल्लापारा थाना चण्डी टोला जिला हुगली पश्चिम बंगाल है। 1999 में रोजी-रोटी की तलाश में आया और यहां काम करने लगा जहां उसके बाद कई प्रतिष्ठित दुकानों के आर्डर भी मिलने लगे गहनों में पालिश के साथ-साथ कारीगरी का भी काम किया करता था। सिराजुल ने बताया कि मैं अनपढ़ हूं बस हिंदी में हस्ताक्षर करना आता है। 25 साल मेहनत मजदूरी कर सिराजुल ने सुनार मंडी में 30 /45 की जमीन लेकर घर बनाया है घर बनवाते समय हरि ओम सोनी पुत्र घनश्याम सोनी से 4 लाख ब्याज के तौर पर कर्ज लिया था, जो कि निर्धारित समय 2 वर्ष बाद 5 लाख देने की बात हुई थी।
मगर हरि ओम सोनी द्वारा धोखे से रजिस्ट्री ऑफिस में ले जाकर बताया गया कि कर्ज लिए हुए पैसे का लिखा पढ़ी हो रहा है और विपक्षी हरिओम द्वारा धोखे से जीवन भर की मेहनत की कमाई को 5 लाख में सौदा कर लिया। इसकी भनक लगते ही पीड़ित के पैरों तले जमीन खिसक गई और यह बात कई प्रतिष्ठित स्वर्ण व्यापारियों को बताई उन्होंने उसके पैसे को वापस करने की बात कही जिसके बाद दो _दो लाख के दो चेक दे दिया गया मगर उससे पर हरिओम सोनी ने अमाउंट हस्ताक्षर के सिवा और कुछ भरने को मना भी किया।
हरिओम द्वारा 14 दिसंबर 2021 को पायल प्राइवेट लिमिटेड के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया उसके बाद दोबारा स्वर्ण व्यापारी हरिओम द्वारा बताया जा रहा है कि पैसा नहीं दिया गया पीड़ित ने कहा अकाउंट और खाते की भी जांच होनी चाहिए, जिस अकाउंट में4 लाख ट्रांसफर किए गए। पीड़ित की पत्नी ने बताया कि संपत्ति को हड़पने के लिए मुझे और मेरे पति को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है और जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पीड़ित ने आरोप लगाते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ तो इसका जिम्मेदार प्रशासन होगा।