आजम खान हुए भावुक, बोले- मेरी ईमानदारी में कहां चूक हो गई कि मैं बन गया नफरत का पात्र
यूपी के रामपुर सीट से सपा विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान (Azam Khan) 27 महीने जेल में बिताने के बाद जेल से रिहा हो गए. जेल से लौटने के बाद रामपुर पहुंचे आजम खान मीडिया से बातचीत में भावुक हो गए. उन्होंने कहा, ‘मैं लंबे समय से जेल में था, पता नहीं राजनीतिक रूप से क्या हुआ. कुछ मजबूरियां रही होंगी (सपा की).
मुझे कोई शिकायत नहीं है लेकिन अफसोस है कि कोई बदलाव नहीं आया. मैं पता करूंगा कि आखिर मेरी वफादारी, कड़ी मेहनत और ईमानदारी में कहां चूक हो गई कि मैं नफरत का ऐसा पात्र बन गया’ आजम खान ने कहा कि मुसलमानों को जो भी सजा मिल रही है, वो उनके राइट ऑफ वोट की वजह से मिल रही है और सभी राजनैतिक दल ये समझते हैं कि मुसलमान सियासी दलों के राजनीतिक समीकरण खराब कर देते हैं.
आजम खान ने कहा, ‘मैं उन सभी का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मेरे लिए प्रार्थना की और सहानुभूति जताई, चाहे वह सपा, बसपा, कांग्रेस, टीएमसी, या यहां तक कि भाजपा हो, सभी दलों को कमजोर लोगों के बारे में सोचने की जरूरत है.’ बता दें कि समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को धोखाधड़ी के एक कथित मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा अंतरिम जमानत दिए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को सीतापुर जिला जेल से रिहा कर दिया गया.
उन्हें रामपुर थाने में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में जमानत मिल गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा आजम खान की जमानत याचिका पर फैसले की घोषणा में लंबे समय तक देरी पर नाराजगी व्यक्त की थी और इसे ‘न्याय का उपहास’ कहा था. आजम खान फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में बंद थे क्योंकि उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं.