दिनभर पेड़ पर बैठा रहा तेंदुआ, नीचे बैठी रही वन विभाग की टीम, रात को किया ऐसा काम कि...
बाराबंकी जिले के अकंबा मजरे बसारी गांव में एक तराई के खेत पर अचानक तेंदुआ पहुंच गया. लोगों ने जब उसे भगाने की कोशिश की तो वो एक पेड़ पर चढ़ गया. इसके बाद लोगों ने वन विभाग की टीम को सूचना दी. टीम मौके पर पहुंची भी लेकिन कुछ कर नहीं सकी. टीम दिनभर मूक दर्शक बनी पेड़ के आसपास बैठी रही. और फिर रात होते ही मौके पर पिंजरा रखने की औपचारिकता पूरी कर चली गई.
जानकारी के अनुसार गांव में एक मिर्ची के खेत में तेंदुआ सुबह बैठा दिखाई दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने उसको भगाने के लिए शोर मचाया तो वो पास के दूसरे खेत में एक पेड़ पर चढ़ गया. इसके बाद लोग वहां पर जमा भी हो गए. जहां पर तेंदुआ है वहां से केवल 500मीटर की दूरी पर ही आबादी है, इस बात को लेकर अब ग्रामीणों में दहशत है.
वन विभाग की टीम तेंदुआ देखे जाने की सूचना देने के काफी देर बाद मौके पर पहुंची. ग्रामीणों के अनुसार वन विभाग की टीम दिनभर बस खानापूर्ति करती नजर आई और तेंदुआ जिस पेड़ पर चढ़ा था उसके आसपास जाल बिछा कर वहीं बैठी रही. वन विभाग की पूरी टीम तेंदुए के सामने बेबस नजर आई. वन विभाग ने एक ड्रोन कैमरा भी तेंदुए के पास तक पहुंचाया लेकिन उसने उसे पंजा मारकर नीचे गिरा दिया.
वहीं मौके पर मौजूद वन विभाग के एसडीओ डॉ. एनके सिंह ने कहा कि तेंदुए को रेस्क्यू न कर पाना ग्रामीणों की गलती के चलते हुआ है. उन्होंने कहा कि लोगों की भीड़ के चलते तेंदुए को पकड़ना संभव नहीं था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब अंधेरा हो गया है तो पिंजरा मौके पर रखवाकर हम लोग भी जा रहे हैं. हो सकता है सुबह तक तेंदुआ पिंजरे में आ जाए. या फिर नीचे आकर जाल में फंस जाए.
अब तेंदुए के पूरे दिन नहीं पकड़े जाने के बाद ग्रामीण दहशत में हैं और उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है. ग्रामीणों का कहना है ऐसे में हम लोग अपने खेतों में नहीं जा सकते और न ही कोई घर के बाहर निकलने की हिम्मत कर रहा है. सभी को डर है कि देर रात तेंदुआ किसी पर भी हमला कर सकता है. वहीं वन विभाग की असफलता को लेकर भी ग्रामीणों में गुस्सा है.