जिले का नाम बदलने को लेकर भीड़ ने MLA का घर जलाया, विरोध प्रदर्शन में 20 पुलिसकर्मी भी घायल
आंध्र प्रदेश से विरोध प्रदर्शन की बड़ी खबर आ रही है. कोनासीमा जिला का नाम बदलने को लेकर स्थानीय लोगों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने एक एमएलए पोन्नादा सतीश (Ponnada Satish)को घर जला दिया गया.
एएनआई की खबर के मुताबिक प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प में कम से कम 20 पुलिसकर्मी के घायल होने की खबर है. हाल ही जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने कोनासीमा जिले का नाम बदलकर डॉ बी आर आंबेडकर कोनासीमा जिला करने की घोषणा की थी. प्रदर्शनकारी इस जिले का नाम बदलने पर आपत्ति कर रहे हैं और पुराना नाम ही जारी रखने की बात कर रहे हैं.
भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए आंध्र प्रदेश को अमालपुरम शहर में धारा 144 लगा दिया गया था. प्रदर्शनकारियों ने जिला कलेक्टर के ऑफिस के सामने विरोध प्रदर्शन करने लगे. भीड़ बेकाबू होने के बाद पुलिस ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया जिसमें 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए. इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारियों ने एक शैक्षणिक संस्थानों की बस को आग लगा दिया.
राज्य के परिवहन मंत्री पीनिपे विश्वरूप के दफ्तर पर भी प्रदर्शनकारियों ने धावा बोल दिया. कुछ राजनीतिक पार्टियों और असामाजिक तत्वों पर आरोप लगाते हुए राज्य के गृह मंत्री तनेती वनिथा ने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना में 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. हम इस घटना की जांच करा रहे हैं और दोषियों को न्याय के कटघरे तक लाने का संकल्प व्यक्त कर रहे हैं.
4 अप्रैल को न्यू कोनासीमा जिले को पश्चिम गोदावरी जिले से अलग किया गया. पिछले सप्ताह वाई एस जगनमोहन रेड्डी की सरकार ने कोनासीमा जिले का नाम बदलकर बी आर आंबेडकर कोनासीमा करने संबंधी प्रारंभिक नोटिस जारी किया था. इस पर आमलोगों से आपत्ति मांगी गई थी. इस परिप्रेक्ष्य में कोनासीमा साधना समिति ने नाम बदलने को लेकर आपत्ति की.
समिति पुराने नाम को बरकरार रखने की मांग की. इसके बाद समिति ने आज विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था और जिला कलक्टर हिमांशु शुक्ला के सामने मसौदा पत्र सौंपना की योजना बनाई थी. इस बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कलेक्टर के दफ्तर की ओर जाने के रास्ते में रोकना चाह लेकिन प्रदर्शनकारी इस पर बेकाबू हो गए और स्थिति नियंत्रण से बाहर आ गई. इसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई.