'विकास दुबे स्टाइल' में पलटी MP पुलिस की गाड़ी, आरोपी भागे तो पैरों में मारी गोली
मध्यप्रदेश के गुना जिले के आरोन में बीते दिनों जंगल में तीन पुलिसकर्मियों की शिकारियों ने हत्या कर दी थी. पुलिस ने दो आरोपियों नौशाद और शहज़ाद खान को मार गिराया था. अब नए घटनाक्रम में पुलिस की गिरफ्त में आए दो आरोपियों ने कोर्ट ले जाते समय रविवार को भागने का प्रयास किया. हालांकि पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए दोनों के पैर पर गोली मारकर फिल्मी स्टाइल में पकड़ लिया. शॉर्ट एनकाउंटर के बाद दोनों आरोपी घायल हो गए हैं. जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. पुलिस ने बताया कि 3 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में गिरफ्तार 2 आरोपी जिया खान और शानू खान से हथियारों और हिरण के मांस के बारे में पूछताछ की थी.
पूछताछ में आरोपियों ने शिकार किए हिरण और हथियार राघौगढ़ के जंगल में छिपाना बताया. इसके बाद पुलिस आरोपियों को लेकर जंगलों की तरफ निकल गई. पुलिस की गाड़ी जैसे ही रास्ते में ग्राम भोढनी की घाटी पर पहुंची तो आरोपी शानू खान ने अचानक से पुलिस वाहन की स्टेरिंग मोड़ दी. इससे गाड़ी सड़क से उतरकर नीचे चली गई. अचानक मुड़ने के कारण पुलिस की गाड़ी पलटते-पलटते बच गई. इतना ही नहीं दूसरे आरोपी जिया खान ने थाना प्रभारी बजरंगढ़ उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल की शासकीय पिस्टल छीनने का भी प्रयास किया. दोनों की पुलिस के साथ झूमाझटकी भी हुई.
काफी देर चले संघर्ष के बाद आरोपी पुलिस की जीप से निकलकर भागने लगे. पहले पुलिस ने आरोपियों को चेतावनी दी. इसके बाद हवाई फायर किया. हवाई फायर करने पर भी जब आरोपी नहीं रुके तो पुलिस ने पैर पर गोल मारकर शॉर्ट एनकाउंटर कर दिया. दोनों आरोपी घायल हो गए हैं. जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बता दें कि इस मामले में पुलिस ने अब तक दो आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है. मामले में लगातार पुलिस का एक्शन जारी है. बता दें कि गुना जिले के आरोन थानाक्षेत्र में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात पुलिस और शिकारियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी. इसमें तीन पुलिसकर्मियों उपनिरीक्षक राजकुमार जाटव, नीरज भार्गव और संतराम की मौत हो गई थी. रात में मुठभेड़ में एक शिकारी नौशाद मारा गया था, वहीं दूसरे शिकारी शहजाद को भी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. वहीं दो आरोपियों से मामले की पूछताछ की जा रही है.
तीन पुलिसकर्मियों को गोली मारने वाले दूसरे आरोपी शहज़ाद खान को भी पुलिस ने मार गिराया है. आरोपी पहाड़ पर भागने की कोशिश कर रहा था. प्रदेश के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि पुलिस पर गोली चलाने वाले आरोपियों को कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह और राधौगढ़ किले का संरक्षण है. एक और आरोपी नौशाद की पुलिस की गोली से पहले ही मौत हो चुकी है.