चुनाव में एक भी सीट न जीत पाने वाली UNP के हारे हुए नेता रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका का नया PM बनाया गया
सौमित्र रॉय
2020 के आम चुनाव में एक भी सीट न जीत पाई यूनाइटेड नेशनल पार्टी के हारे हुए नेता 73 वर्षीय रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका का नया प्रधानमंत्री बनाया गया है। यूनाइटेड नेशनल पार्टी भारत में कांग्रेस की तरह श्रीलंका की सबसे पुरानी पार्टी है। UNP को सत्ताधारी SLPP और विपक्ष के एक गुट ने संसद में समर्थन दिया है।
विक्रमसिंघे को भी राहुल गांधी की तरह दूरदर्शी माना जाता है और अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में उनका बड़ा सम्मान है। मैंने श्रीलंका के इस बदले हुए घटनाक्रम में राहुल गांधी को जान-बूझकर खींचा है, क्योंकि कांग्रेस उदयपुर में चिंतन कर रही है।
दोनों नेताओं में उम्र के फासले को छोड़कर ग़ज़ब की समानता है। लेकिन सुबह कुल्ला करके सोशल मीडिया पर रात का उतारा करने वाले कांग्रेसियों को ज़्यादा उछलने की ज़रूरत नहीं है। लंका जल रही है। सड़कों पर मार्क्स और वाम दलों के पोस्टर लहरा रहे हैं। विक्रमसिंघे के पास जादू की छड़ी नहीं है। इधर, भारत में कोर्ट से आज पेले गए भाजपाई कल फिर कुतुबमीनार पर चढ़ेंगे।
गांधी परिवार की हेकड़ी गुम हो तो कांग्रेसी सड़क पर उतरें। वे संविधान का झंडा उठाएं तो और भी पीछे आएं। या फिर राहुल गांधी सब-कुछ हारकर रानिल विक्रमसिंघे बनकर राष्ट्रपति की दया से पीएम मनोनीत हो जाएं। चिंतन में इस बिंदु पर भी मनन होना चाहिए, क्योंकि 2014 में UPA सरकार की रवानगी के वक़्त भी महंगाई दर आज जितनी ही थी।