अली हैदर ने डॉक्टर बनकर अपने वालिद के सपने को किया पूरा
गणेश मौर्य
अंबेडकर नगर: जिले के अकबरपुर शहर शहजादपुर कस्बा के रहने वाले डॉ अली हैदर ने बताया कि लोग डॉक्टर का दर्जा भगवान के समतुल्य देते हैं और डॉक्टरों को भी मरीज के प्रति वही भाव रखना चाहिए। क्योंकि उनकी सेवा और स्वभाव बिगड़े मरीजों को दवा का काम करती है। कई डॉक्टर ऐसे हैं जो न सिर्फ आम मरीजों के सामने सामान्य पेश आते है।बल्कि गरीबों के लिए मददगार भी साबित होते हैं।
मृदुल एवं सरल स्वभाव के डॉ अली हैदर ने बताया कि हाई स्कूल की पढ़ाई पायनियर मांटेसरी फिर इंटरमीडिएट अशोक स्मारक, विद्यालय से किया, पढ़ाई उपरांत के बाद 2006 में कर्नाटक जाकर राजीव गांधी यूनिवर्सिटी एग्जाम दिया। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिसिन एंड रिसर्च ऑफ राजीव गांधी यूनिवर्सिटी में एडमिशन होने के बाद मेहनत और लगन के बदौलत 2013 में बी .ए एम. एस की परीक्षा कर पास कर ली।
2013 से लेकर 2020 सितंबर तक शनमुगा हॉस्पिटल और श्री विजय लक्ष्मी हॉस्पिटल और ट्रॉमा सेंटर मे सीनियर डॉक्टरों के बीच रहकर बहुत सारे क्रिटिकल ऑपरेशन को भी करने में सफलता हासिल हुई। इन सभी के बीच डॉक्टर हैदर ने अपनी पढ़ाई को जारी रखा 2015 से लेकर 2016 तक डिप्लोमा फार्मेसी फिर 2017 से लेकर 2018 सी. सी .एच सी.एस.डी 2019 से लेकर 2020 तक कंप्लीट कर लिया गया।
डॉक्टर हैदर ने बताया कि मेरे वालिद सऊदी अरब में एक कपड़े की फैक्ट्री में रहकर हम दोनों भाइयों को पढ़ाया लिखाया इसी बीच हमारे वालिद का इंतकाल हो जाता है। हमारे वालिद की देन है कि आज मैं इस मुकाम पर हूं। डॉ अली हैदर ने मरीजों की सेवा भाव के लिए राजधानी लखनऊ राहत क्लिनिक हैदर कॉलोनी मुफ्तीगंज और एक क्लीनिक सिकंदरपुर बाजार में खुलकर मरीजों का उपचार कर रहे हैं।