अग्निवीर योजना युवाओं के साथ फर्जीवाड़ा है?
कृष्णकांत
1. योजना के उद्देश्यों से साफ है कि एक सैनिक जो देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान दांव पर लगाता है, उसे मिलने वाली पेंशन को सरकार बोझ समझती है। यह पूरी सेना का अपमान है।
2. यह योजना जवानों की पेंशन, जीवन की सुरक्षा और सैनिक होने का सम्मान छीनने की साजिश प्रतीत होती है।
3. पिछले तीन चार सालों से भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं का क्या होगा? जो भर्तियां निकली थीं और क्लियर नहीं हुईं, उनमें शामिल युवाओं का क्या होगा? इन सवालों पर सरकार मगरूर बनी हुई है।
4. सैनिक बनकर देशसेवा का सपना देख रहे युवा को भर्ती करना और फिर चार साल बाद उसे सेवा से निकाल देना कैसे बेहतर है? 4 साल बाद अग्निवीर बनकर लौट आना किसी के पल्ले नहीं पड़ रहा है।
5. अगर 100 में से 25 को ही स्थायी बहाली मिलनी है तो क्या इससे भ्रष्टाचार नहीं बढ़ेगा?
6. एक कुशल सैनिक कम से कम एक से दो साल की ट्रेनिंग के बाद पूरी तरह तैयार होता है। सरकार छह महीने की ट्रेनिंग देकर नौसेखिया सैनिक क्यों तैयार करना चाहती है?
7. चार साल की ट्रेनिंग के बाद जो युवा बाहर कर दिए जाएंगे, वे निराश होंगे। इतनी बड़ी संख्या में युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी फिर उन्हें दिशाहीन छोड़ दिया जाएगा। इसके परिणाम के बारे में सरकार ने क्या सोचा है?
8. सेना में जाने वाले बच्चे साधारण परिवारों से होते हैं। उनपर अपना घर चलाने का भार भी होता है। चार साल बाद उनके पास सेना से बेहतर क्या रास्ता होगा?
9. अगर चार साल सेना में रहकर भी प्राइवेट कंपनियों में नौकरी खोजना है तो कोई युवा सेना में जाएगा क्यों?
10. सालाना 80 हजार भर्तियों को बंद करके 46 हजार भर्तियां करने से बेरोजगारी कम होगी या बढ़ेगी?