सपा MLA को निर्माणधीन इंजीनियरिंग कॉलेज की दीवार गिराना पड़ा महंगा, विधायक समेत 51 पर केस
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेज का निरीक्षण करना सपा विधायक को महंगा पड़ गया है. अमरोन्ट्रांस इन्फ़ाटेक नोएडा फर्म के मैनेजर ने इसे लेकर रानीगंज से सपा विधायक आरके वर्मा पर मुकदमा दर्ज कराया है. निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेज का निरीक्षण कर विधायक द्वारा दीवार गिराने का मामले में सपा विधायक आरके वर्मा समेत 6 नामजद और 45 अज्ञात समर्थकों पर कधई कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. इसमें धमकी, गाली-गलौज, बलवा, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
मरोन्ट्रांस इन्फ़ाटेक नोएडा फर्म के मैनेजर की शिकायत पर शासन के निर्देश के बाद विधायक पर मुकदमा दर्ज किया गया है. अमरोन्ट्रांस इन्फ़ाटेक नोएडा फर्म के मैनेजर का आरोप है विधायक सात गाड़ियों से निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेज निरीक्षण करने रानीगंज विधानसभा के शिवसत गांव पहुंचे, जहां विधायक के समर्थकों द्वारा नई बन रही इंजीनियरिंग कॉलेज के दीवार को हिला दिया गया.
इसके बाद विधायक आरके वर्मा ने दीवार गिरा दिया और उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. मैनेजर द्वारा जब विधायक आरके वर्मा को मना किया तो उनके द्वारा धमकी और गाली गलौज किया गया सार्वजनिक संपत्ति को जमकर नुकसान पहुंचाया गया.
आपको बताते चलें कि सपा विधायक आरके वर्मा तीन दिन पहले निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे थे. यहां करोड़ों की लागत से बन रहे इंजीनियरिंग कॉलेज में घटिया गुणवत्ता और घटिया मैटेरियल से कॉलेज का निर्माण होने का बड़ा आरोप लगाया. वहीं विधायक ने हाथ से इंजीनियरिंग कॉलेज की एक दीवार को धक्का दिया, तो वो भरभराकर ढह गई. विधायक के पैर से ठोकने पर हफ्ते भर पहले निर्मित दीवार ढह गई, जिसके बाद विधायक ने पीली ईंट और घटिया बालू सीमेंट से कॉलेज का निर्माण होने का आरोप लगाया और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जो देखते ही देखते खूब वायरल हो गया.
इस प्रकरण से जिला प्रशासन की भी खूब किरकिरी हुई. विधायक के दीवार धक्का देने मात्र से गिरने के मामले ने तूल पकड़ा तो जमकर राजनीति भी हुई. इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा, जिसके बाद इंजीनियरिंग कॉलेज के घटिया निर्माण की चर्चा आम हो गई. यहां की दीवारों को भ्रष्टाचार की दीवार की संज्ञा से नवाजा जाने लगा, जिसकी गूंज शासन तक पहुंची. सूत्र बताते हैं कि शासन से हरी झंडी और विधायक की दंबगई वाला निरीक्षण से नाराज कार्यदायी फर्म के मैनेजर ने शनिवार शाम विधायक पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दिया, जिसके बाद विधायक और उनको 50 समर्थकों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया.