मरे हुए बच्चे को जिन्दा करने के नाम पर 3 दिन झाड़-फूंक करता रहा तांत्रिक, जानिए फिर क्या हुआ...
बड़ी खबर बिहार के बगहा से है जहां बच्चे की मौत के बाद उसे जिंदा करने को लेकर तंत्र मंत्र के बाद बवाल हुआ है. सूचना के बाद पहुंची पुलिस और पब्लिक के बीच भी झड़प हुई. दरअसल तांत्रिक के झांसे में आये परिजनों के सब्र का बांध उस वक्त टूट गया जब बच्चा तीसरे दिन भी जीवित नहीं हो सका. मामला पटखौली के पोखरभिंडा गांव के श्याम सुंदर यादव से जुड़ा है जिनके पोते की बीते दिनों चमकी बुख़ार से अस्पताल में इलाज़ के दौरान मौत हो गई.
बाद में मृतक के परिजन तांत्रिक के झांसे में आ गए औऱ बच्चे को जिंदा करने का दावा किया गया. इस बीच परिजनों से हजारों रुपये की ठगी कर तीन दिनों से गांव में झाड़फूंक का खेल चल रहा था. इधर गांव की कई महिलाओं पर तांत्रिक ने डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए बच्चे को मारने की बात कही. बच्चे के जीवित नहीं होने पर भड़के ग्रामीणों ने सोमवार को तांत्रिक को बंधक बना लिया, बाद में पहुंची पुलिस द्वारा तांत्रिक को हिरासत में लेने के दौरान झड़प हो गई.
लोग तांत्रिक से ठगी का रुपया वापस लौटाने को लेकर पुलिस से उलझ गए, जिसको लेकर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तब जाकर हंगामा शांत हुआ. इस मामल में पटखौली ओपी प्रभारी लालबाबू यादव पोखरभिंडा गांव में मृत बच्चे के परिजनों से बयान लेने के साथ आगे की कार्रवाई में जुटे हैं,
लेकिन सवाल यह है कि इस वैज्ञानिक युग मे लोग आखिर अंधविश्वास के मकड़जाल में कैसे फंस गए और जब तांत्रिक यहां कई दिनों से झाड़फूंक कर रहा था तो पुलिस को इसकी खबर क्यों नहीं हुई. बहरहाल तांत्रिक अब पुलिस हिरासत में है तो वहीं पुलिस ने मामले की छानबीन में जुट आगे की कार्रवाई तेज कर दी है.