आशिकी में पति बन रहा था रोड़ा, आशिक संग मिलकर पत्नी ने मार डाला, ऐसे की हत्या
पानीपत। चमारखेडा गांव के पास नहर के साइफन में सोमवार को मिले शव की शिनाख्त होने के बाद बड़ा राज खुला है। शव निसिंग के वार्ड 13 के रहने वाले महेंद्र सिंह का था। जिसे पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया। उसे बहाना कर पहले नहर किनारे ले जाया गया, जहां शराब पिलाकर उसे नहर में धक्का दे दिया गया था। पुलिस ने जांच की तो यह राज खुलकर सामने आया है। अब पुलिस ने न केवल मृतक की आरोपित पत्नी बल्कि उसके प्रेमी को भ गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि महेंद्र सिंह अचानक ही गायब हो जाने का मामला सामने आया था। स्वजन व पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। सोमवार को अचानक ही शव गांव चमारखेड़ा के समीप से नहर से बरामद हुआ। स्वजनों ने उसकी पहचान की तो पुलिस ने मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया था। मृतक के भाई संदीप ने पहले पुलिस को शिकायत देकर अपनी भाभी रीनू के किसी अज्ञात के साथ नाजायज संबंधों का आरोप लगाते हुए लापता करने का शक जाहिर किया था।
पुलिस ने महेंद्र के संस्कार से पहले ही आरोपित महिला को गिरफ्त में ले लिया था। उससे गहनता से पूछताछ की गई तो उसने पूरा राज खोल दिया। पुलिस के मुताबिक रीनू ने बताया कि उसने नडाना गांव के रहने वाले अपने प्रेमी राकेश के साथ मिलकर पति महेंद्र की हत्या को अंजाम दिया था। साजिश के तहत वह बीमारी का बहाना बनाकर चार जुलाई को सांय के समय पति को करनाल के कल्पना चावला राजकीय अस्पताल में उपचार के लिए लेकर गई। जो लगातार अपने प्रेमी के संपर्क में थी।
प्रेमी ने दोनों को काछवा बुलाया। जो थ्री व्हीलर में बैठकर काछवा गए। जहां से आरोपित की बाईक पर सवार होकर तीनों चमारखेडा पहुंचे। नहर किनारे साजिश के तहत उसे शराब पिलाकर दोनों ने नहर में धक्का दे दिया। जिससे महेंद्र की डूबकर मौत हो गई। उसके बाद वह प्रेमी के साथ के कल्पना चावला अस्पताल में दाखिल हो गई। चार दिन बाद वह अपने मायके चली गई, फिर अपने ससुराल आई।
एसएचओ अजायब सिंह का कहना है कि पुलिस ने महेंद्र के अंतिम संस्कार से पहले ही आरोपित महिला को राउडअप कर लिया था। बाद में महिला से पूछताछ की । जिसमें महिला ने प्रेमी संग पति को नहर में फेंकने की बात स्वीकारी। वहीं पुलिस ने आरोपित को भी गिरफ्त में ले लिया। दोनों आरोपितों के खिलाफ हत्या के आरोप में मामला दर्ज कर लिया गया है।