कोर्ट में बोले आजम खान, मैं मुर्गी, भैंस, फर्नीचर और किताब चुराने वाला डकैत हूं...
मुरादाबाद। हाईवे जाम करने के एक 14 साल पुराने मामले में गुरुवार को आजम खान कोर्ट में हाजिर हुए. थाना छजलैट में दर्ज हुए मामले में ACJM कोर्ट में आजम खान पहुंचे और इस दौरान उनके साथ बेटा अब्दुल्ला आजम भी मौजूद था. कोर्ट से निकलने के बाद आजम ने मीडिया से बात की और सरकार पर तंज कसा. उनका कहना था, ‘मुल्जिम हाजिर है. ऐसा मुल्जिम जो बकरी, मुर्गी, भैंस, फर्नीचर और किताब का डकैत है. ऐसा डकैत जिसने मंत्री रहते हुए शराब की दुकान लूटी, डाका मारा और 16900 रुपये गल्ले से लूटकर ले गए.
आजम ने आगे कहा कि मेरी पत्नी राज्यसभा सदस्य और विधायक रहीं. मेरा एमटेक पास बेटा दो बार का विधायक है लेकिन हम पर शराब की दुकान पर डाका डालने और 16 हजार रुपये लूटने का आरोप है. हमारे राजनेताओं का स्तर देखिए, विचारों का स्तर देखिए, यूनिवर्सिटी का फाउंडर, सीबीएसई बोर्ड के चार स्कूल चलाने वाला फाउंडर देश का नम्बर एक माफिया है. यह सब मेरा गुनाह है.
आजम खान ने तंज कसते हुए कहा कि जिस गृह मंत्रालय को ये मालूम है कि मैं माफिया नम्बर एक हूं, वे देश की सरहदों की रखवाली कैसे करेंगे? क्या है इंटेलिजेंस? कहां है इंटेलिजेंस? सिर्फ मुझे फांसी पर चढ़ाने के लिए…देश के साथ इतना बड़ा धोखा और फ्रॉड कर रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि मौजूदा वक्त की राजनीति को किस तरह देखते हैं तो वे बोले, मैं अंधा हूं दिखता ही नहीं है. एक अंधे, बहरे, गूंगे को क्या राजनीति दिखाई देगी?
नूपर शर्मा के मामले में हो रही घटनाओं पर उनका कहना था, पहले वो इस बारे में कह लें बाद में हम कहेंगे. जितना उन्होंने कहा है वो क्या कम है? क्या यही धर्म और मजहबों का संदेश है? क्या यही संस्कार है और उस पर लोगों को फक्र है. उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या पर आजम ने कहा कि इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता. वे दोनों बीजेपी और आरएसएस के आदमी होंगे. वहीं, लुलु मॉल को लेकर हो रहे विवाद पर उनका कहना था, हमने लुलु मॉल नहीं देखा. हम कभी मॉल नहीं जाते.