क्यों हुआ था पहली पत्नी से CM भगवंत मान का तलाक, बच्चों के बारे में भी जानिये?
कभी राजनीति के लिये परिवार का त्याग करने वाले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एक बार फिर से अपना घर बसाने जा रहे हैं, जी हां, आपने सही पढा, कॉमेडियन से नेता बने भगवंत मान दूसरी बार शादी करने जा रहे हैं, 48 साल के मान आज चंडीगढ में डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ शादी करेंगे, अपनी दूसरी शादी को लेकर भगवंत मान सुर्खियों में हैं, तो क्यों ना उनकी पहली पत्नी और बच्चों के बारे में आपको बताया जाए।
भगवंत मान की पहली पत्नी का नाम इंदरप्रीत कौर है, इस शादी से मान के दो बच्चे हैं, साल 2015 में दोनों का तलाक हो गया था, तलाक की अर्जी में इंद्रप्रीत कौर ने शर्त रखी थी कि अगर भगवंत मान भारत छोड़कर कैलिफोर्निया शिफ्ट हो जाते हैं और राजनीति छोड़ देते हैं, तो वो तलाक की अर्जी वापस ले लेगी, लेकिन भगवंत ने परिवार नहीं बल्कि राजनीति को चुनाव, भगवंत मान के दोनों बच्चे अपनी मां के साथ अमेरिकी में ही रहते हैं।
भगवंत मान का बेटा और बेटी फिलहाल दोनों पढाई कर रहे हैं, बेटी का नाम सीरत कौर मान (21 साल) और बेटे का नाम दिलशान मान (17 साल) है, दोनों को पिता के शपथ ग्रहण समारोह में देखा गया था, ये पहला मौका था जब तलाक के बाद भगवंत मान के पब्लिक प्लेस में अपने बच्चों के साथ देखा गया था। भगवंत और उनके बच्चों को एक साथ देखने के बाद कहा गया था कि पिता और बच्चों के बीच अब रिश्ते सुधरने लगे हैं,
अपने पुराने इंटरव्यू में खुद भगवंत मान ने खुलासा किया था कि बच्चों संग उनकी फोन पर बात नहीं होती, अपने परिवार को मिस करने की बात उन्होने कबूली थी। मान के मुताबिक राजनीति में एक्टिव होने की वजह से वो परिवार को समय नहीं दे पाते थे, इस वजह से पहली पत्नी संग रिश्ते में दूरी आ गई थी, फिर दोनों ने आपसी सहमति से अलग होने का फैसला लिया, फेसबुक पोस्ट के जरिये भगवंत मान ने ऐलान किया था कि वो राजनीति के लिये पत्नी से अलग हो रहे हैं, इस पोस्ट की वजह से उन्हें खूब आलोचना भी झेलनी पड़ी थी।
लोग इस बात से नाराज थे, क्योंकि उनकी पहली पत्नी इंदरप्रीत ने उनके राजनीतिक करियर की नींव रखने में बड़ी भूमिका निभाई थी, हर मोड़ पर पति का साथ दिया था, उनके साथ रैलियों में जाया करती थी, लेकिन फिर भगवंत मान ने राजनीति के लिये पत्नी को ही छोड़ दिया, इसलिये वो लोगों के निशाने पर आये थे, भगवंत मान ने 2011 में राजनीति में एंट्री ली, लंबे संघर्ष के बाद अब वो सीएम की कुर्सी तक पहुंच चुके हैं।