25 साल, 14 राज्य, 1200 चोरी: भैंस चुराकर अपराध की दुनिया में ली एंट्री, जानें कौन है नदीम कुरैशी
वैसे तो दुनिया में तरह-तरह के चोरों की कहानियां सामने आती रहती हैं. लेकिन कोलकाता के इस चोर की कहानी हैरान कर देने वाली है. क्योंकि इस चोर ने कुछ साल नहीं बल्कि 25 साल तक चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. वो भी 10-20 चोरियां नहीं करीब एक हजार से अधिक चोरी की है. हालांकि अब वो पुलिस की गिरफ्त में है. कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में दो साल पुरानी चोरी के सिलसिले में सोमवार को पुलिस ने हैरतअंगेज चोर को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए चोर की पहचान नदीम कुरैशी के रूप में हुई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नदीम ने 25 वर्षों में 14 अलग-अलग राज्यों में करीब 1200 चोरियों की वारदात को अंजाम दिया है. नदीम बिल्कुल एक बिजनेसमैन की तरह कपड़े पहनकर चोरी के लिए रेकी करता था. बिधाननगर पुलिस ने कहा कि 45 वर्षीय नदीम कुरैशी के पास मुंबई और पुणे में करोड़ों की संपत्ति है और उसके बच्चे प्रतिष्ठित स्कूलों में पढ़ते हैं. हाल ही में दिल्ली में एक डकैती के मामले में तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद पुलिस ने उसे एक बार फिर हिरासत में ले लिया.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “वह देश भर में चोरी के मामलों में वांछित है. नदीम बहुत ही चालाकी से चोरी की वारदात को अंजाम देता था, जिसके चलते वह क्राइम सीन पर बहुत मुश्किल से कोई सबूत छोड़ता था. हमने पहली बार उसे 2021 में खोजा था जब उसने सौरव अबासन के दो फ्लैटों में 12 लाख रुपये की डकैती की थी. हमने उसे कोना एक्सप्रेसवे तक ट्रैक किया था. लेकिन फिर हम उसका पता खो बैठे.’
आखिरकार जब अधिकारियों को राजस्थान पुलिस द्वारा कुरैशी की गिरफ़्तारी के बारे में पता चला और वे उससे पूछताछ करने गए जब अपराध में उसकी भूमिका स्पष्ट रूप से स्थापित हो गई. हालांकि, गाजियाबाद में चोरी के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उसे तिहाड़ जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था. वह 2021 से वहां बंद है. अब तक, कुरेशी को कम से कम आठ बार गिरफ्तार किया जा चुका है और वह कम से कम 23 मामलों में घोषित अपराधी है. नदीम ने अपना एक गैंग भी बनाया था और गैंग के लोगों को चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए ट्रेन्ड करता था.
अधिकारी ने कहा, ‘हमने जेल अधिकारियों के समक्ष प्रोडक्शन रिमांड रखा था, जिन्होंने आखिरकार पिछले हफ्ते हमारी प्रार्थना की अनुमति दी और गाजियाबाद पुलिस उसे बंगाल ले आई. साल्ट लेक की एक अदालत ने उसे सोमवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.” पांचवीं कक्षा की पढ़ाई छोड़ने वाले कुरेशी ने गाजियाबाद में अपने पैतृक गांव में मवेशियों की चोरी करके अपराध की दुनिया में कदम रखा था. 17 साल की उम्र में ही वह कई चोरियां कर चुका था.
पिछले कुछ वर्षों में, उसने दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, ओडिशा और अन्य राज्यों में चोरियां की हैं. बंगाल में 2021 में नारायणपुर और बागुईआटी में इसी तरह के अपराध किए गए. पुलिस अब यहां कुरेशी के कनेक्शन का पता लगा रही है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “वह औपचारिक पोशाक में घूमता था और कम सुरक्षा वाले आवास परिसरों स्टैंडअलोन इमारतों में कार लेकर घुस जाता था. इसके बाद एक इमारत के शीर्ष तक लिफ्ट लेता था. वहां से, वह बंद घरों की जांच करने के लिए सीढ़ियों से नीचे जाता था. वह उन घरों को निशाना बनाता था जो लंबे समय से बंद नहीं थे. वह केवल नकदी और सोना चुराता था ताकि चोरी की गई लूट का पता न लगाया जा सके.”